Book Title: Sushil Nammala
Author(s): Vijaysushilsuri
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandiram

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Page 876
________________ ( 63 ) भEDPAPPURISADARAMADAANAAMANANAMARAयशशशशशशश श्रीसुशीलनाममाला अंगे अभिप्रायविद्वद्वर प्राचार्य श्रोविजयसुशीलसूरिजी म० जोग अनुवन्दना सुखशाता. तमे 'सुशीलनाममाला' नामनो संस्कृत शब्दकोष तयार कर्यो छे ते जाणी खूब आनंद थयो छे. संस्कृत ग्रन्थो वांचवामां अने नवीन ग्रन्थ रचवामां कोष ए घणु उपयोगी साधन छे. कोष वगर जेम राजा शोभतो नथी तेम विद्वान पण कोष वगर शोभतो नथी. तमारो प्रयास प्रशंसनीय छे.. बीजी पण प्रावो मौलिक कृतिम्रो तमारा हाथे तैयार थाय एवी अभिलाषा साथे-- वि० सं० 2033 _ मागशर शुद६ विजयदेवसूरि पालिताणा समायायायायायाशाशाशशशशशशशशा

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