Book Title: Sushil Nammala
Author(s): Vijaysushilsuri
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandiram
View full book text
________________ [ 83 ] MSMSMSMSUNMUNWIRWISI VESVESEVEWE SSC JABARKARSASARSANSAHARSALSO WIMINA पूज्यपाद प्राचार्यदेव श्रीमद् विजयसुशीलसूरीश्वरजी महाराज साहेब प्रादि ठाणानी पवित्र चरण कमलमां श्रीजावाल प्रापश्रीए तैयार करेल ‘सुशीलनाममाला' ग्रंथ संस्कृतना अभ्यासीयोने उपयोगी छ प्रापश्रीनो परिश्रम स्तुत्य छे. एज सभ्य - कोटी प्रो. सोना कोटीशतः वंदणा अवधारशोजी - [श्रीमद् यशोविजयजी जैन संस्कृत पाठशाला. अने श्री जैन श्रेयस्कर मंडल-महेसाणा. ] दिनांङ्क 2-10-1976 2008222222

Page Navigation
1 ... 864 865 866 867 868 869 870 871 872 873 874 875 876 877 878