Book Title: Sushil Nammala
Author(s): Vijaysushilsuri
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandiram
View full book text
________________ [ 76 ] - परम पूज्य कलिकाल सर्वज्ञ प्राचार्य भगवन्त श्री हेमचन्द्रसूरीश्वरजी म० कृत श्री अभिधान चिंतामणि कोश' ना प्राधारे पू० प्राचार्यदेव श्री सुशीलसूरिश्वरजी महाराज साहेबे'सुशीलनाममाला' ( संस्कृत शब्दकोश ) अनुष्टुप् छन्दमा 2848 श्लोक प्रमाण बनावी संस्कृत साहित्यना अभ्यासीओ उपर महान् उपकार करेल घे. प्राजे ज्यारे संस्कृत साहित्य तरफ लोकोतुं ध्यान सविशेष खेचायेलं छे, त्यारे आवा ग्रन्थो ते साहित्यना अभ्यासीयोने वधु उपकारक थशे. पूज्यपाद प्राचार्यदेवश्रीनो प्रा प्रयास प्रतिस्तुत्य छे.... पालिताणा लि. कपुरचंद रणछोडदास वारया दिनाडू तया अध्यापक श्री जैन [श्रेयस्कर मंडळ ] सोमचंद डी० शाह 27-8-76 संपादक-'सुघोषा' मासिक. A KEARRIANEARENTATTATREARREARREARREARREARRIATE) 卐 // // AMRAPARIशाशाशाशाशाशा श याशाशा शाश EXR

Page Navigation
1 ... 860 861 862 863 864 865 866 867 868 869 870 871 872 873 874 875 876 877 878