Book Title: Shalopayogi Jain Prashnottara 02
Author(s): Dharshi Gulabchand Sanghani
Publisher: Kamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer

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Page 64
________________ (५८) (१४) प्रश्नः यहां से कोई देव सीधा ऊंचा चढे तो : . वीचमें कितने व कौन २ देवलोक श्राव.? . उत्तर: पहला,तीसरा,पांचवां,बट्टा,सातवां आठवां, नवमा, व ग्यारहवा, इस तरह से आठ देवलोक आवे. (१५) प्रश्नः इस त्रिछा लोक के उत्तर तरफ के आधा .. भाग में से कोई देवता उंचा जाय तो . कितने व कौन २ देवलोकं आवे ? .. उत्तरः दूसरा, चौथा, पांचवां, छटा सातवां,आठवां दशवां व वारहवां इस तरह से आठ देव . लोक आवे, . (१६) प्रश्नः वैमानिक देवों में आयु, ऋद्धि, सिद्धि व सुख समान होते हैं या न्यूनाधिक ? .. उत्तरः समान नहीं है मगर न्यूनाधिक है, सब से कम आयु, ऋद्धि वगैरा पहिला देवलोक में; इस से ज्यादा दूसरे में, व इससे ज्यादा .' तिसरेमें, इस तरह से उत्तरोत्तर वढकर चारहवां देवलोक में सब से ज्यादा आयु है. (१७) प्रश्न तीन कल्विषी देवों कहां रहते हैं ? . उत्तरः तीन पलिया देवों के विमान पहला दूसरा देवलोक नजदीक नीचे के भागमें है (२) तीन सागरिया के विमान तीसरा चोथा देवलोक के नजदीक नीचे के भागमें है. व . (३) तेर . सागरीया के विमान छहा देव . : लोक नजीक नीचे के भाग में है. .. ..

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