Book Title: Shalopayogi Jain Prashnottara 02
Author(s): Dharshi Gulabchand Sanghani
Publisher: Kamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer

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Page 69
________________ (६३) (१४) प्रश्नः सिद्धभंगवानका दंडक कौनसा ? उत्तरः वे दंडक में नहीं गिने जाते हैं क्योंकि उन को कर्म न होने से वे दंडाते नहीं. (१५) प्रश्नः अरिहंतदेव, प्राचार्यजी, उपाध्यायजी, साधु, . साध्वी व श्राविका का कौनसा दंडक ? उत्तरः एकवीश वां (मनुष्य मात्र का २१ वांदंडक (१६) प्रश्नः परमाधामी देवोंका कौनसा दंडक. उत्तरः (दूसरा) असुर कुमार का. (१७) प्रश्नः पांच जाति में से प्रत्येक के कितने २ दंडक हैं. उत्तरः एकेन्द्रिय में पांच, दो इद्रिय में एक, तेइन्द्रिय · में एक, चउरिइन्द्रियमें एक व पंचेन्द्रिय में १६ (१८) प्रश्नः छकाय में से प्रत्येक के कितने दंडक ? उत्तरः पांच स्थावर में पांच, वत्रसकायमें बाकी १६ प्रकरण २६-बंधतत्त्व. . (१) प्रश्नः बंध तत्त्व किसको कहते उत्तरः आत्म प्रदेश के साथ कर्म पुद्गल का वधाना ___ उसको बंध तत्त्व कहने हैं. (२) प्रश्नः आत्मा के प्रदेश कितने हैं व शरीर में कहां है? उत्तरः आत्मा के असंख्यात प्रदेश हैं और वे सारे शरीर में व्याप्त है. (३) प्रश्नः कर्म पुद्गल का बंध आत्मा के कितने प्रदेश · को व कहां २ होता है ? उत्तरः जिस तरह से दूध में सकर डालने से सारे ही दूध में ही सकर मिलजाती है और जिस . वरह से लोहे का गोला भी तपाने से

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