Book Title: Shalopayogi Jain Prashnottara 02
Author(s): Dharshi Gulabchand Sanghani
Publisher: Kamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer

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Page 68
________________ (६२) १६ हुवे २० वा तिर्यंच पंचेन्द्रिय का, २१ वा मनुष्यका दंडक, २२वां वायव्यन्वर का दंडक, २३वां ज्योतिषी का दंडक, और २४ वां वैमानिक का दंडक. (७) प्रश्नः चोबीश दंडक में नारकी, तिर्यंच, मनुष्य, और देवता इन प्रत्येक के कितने कितने दंडक हैं ? उत्तरः नारकी का एक (प्रथम) तिर्यच के नव पांच स्थावर के ५,तीन विकलेन्द्रिय के ३, व तिर्यच पंचेन्द्रिय का १, मनुष्य का १, (२१ वां) देवता के १३ [१० भवनपति के — १ वाण व्यंवर का १ ज्योतिषी का क. १ वैमानिक का.1 . (८) प्रश्न: चोबीश दंडक में अपन किस दंडक में हैं। उत्तरः एकवीशवां में. (६) प्रश्नः छहा दंडक किसका है. ? . . ... उत्तरः अग्निकुमार देवता का. (१०) प्रश्नः सतरवां दंडक किसका है? ___उत्तरः दोइन्द्रिय का. (११) प्रश्नः मक्खी का दंड कौनसा ? ... उत्तरः २६ व (१२) प्रश्नः सांप और बिच्छू का दंडक कौनसा ? 2. उत्तरः सांपका २० वां व विच्छका १६ वां. (१३) प्रश्नः तेउकाय-जीवोंका दंडक कौनसा? . . उत्तरः चौदवा. .. .. ..

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