Book Title: Saraswati 1937 01 to 06
Author(s): Devidutta Shukla, Shreenath Sinh
Publisher: Indian Press Limited

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Page 619
________________ वर्ग नं०११ फीस F ( ६०३ ) जाँच का फार्म वर्ग नं० १० की शुद्ध पूर्ति और पारितोषिक पानेवालों के नाम अन्यत्र प्रकाशित किये गये हैं । यदि आपको यह संदेह हो कि श्राप भी इनाम पानेवालों में हैं, पर आपका नाम नहीं छपा है तो १) फ़ीस के साथ निम्न फ़ार्म की ख़ानापुरी करके १५ जून तक भेजें। आपकी पूर्ति की हम फिर से जाँच करेंगे। यदि आपकी पूर्ति आपकी सूचना के अनुसार ठीक निकली तो पुरस्कारों में से जो आपकी पूर्ति के अनुसार . होगा वह फिर से बाँटा जायगा और आपकी फ़ीस लौटा दो जायगी। पर यदि ठीक न निकली तो फ़ीस नहीं लौटाई जायगी। जिनका नाम छप चका है उन्हें इस फार्म के भेजने की ज़रूरत नहीं है। "विन्दीदार लकीर पर से काटिय विम्दीदार लकीर पर से काटिए C ती. र. (रिक्त कोष्ठों के अक्षर पात्रा-रहित और पूर्ण है। मैनेजर का निर्णय मुझे हर प्रकार स्वीकृत होगा। पूरा नाम.......... धान 1 - वर्ग नं. १० (जाँच का फ़ार्म) मैंने सरस्वती में छपे वर्ग नं० १० के आपके उत्तर से अपना उत्तर मिलाया । मेरी पूर्ति [ कोई अशुद्धि नहीं है। एक अशुद्धि है। न..........में दो अशुद्धियाँ हैं। वर्ग नं. ११ । बिन्दीदार लाइन पर काटिए मा मेरी पूति पर जो पारितोषिक मिला हो उसे तुरन्त । भेजिए। मैं १) जाँच की फ़ीस भेज रहा हूँ। IN . हस्ताक्षर था ती दिय पता - बिन्दीदार लकीर पर से काटिए वा विस्टीटार लकीर पर इसे काट कर लिफाफे पर चिपका दीजिए २१ २ - ३ --- EI | (रिक्त कोष्ठों के अक्षर मात्रा-रहित और पूर्ण हैं) अनेनर का निर्णय मुझे हर प्रकार स्वीकृत होगा। पूरा नाम ........... मैनेजर वर्ग नं० ११ इंडियन प्रेस, लि०, इलाहाबाद Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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