Book Title: Sankshipta Jain Itihas Part 02 Khand 01
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Mulchand Kisandas Kapadia

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Page 7
________________ (१) भरायो जरवल भॉफ छी रॉयल ऐसियाटिक सोसाइटीदन। जैका जैन कानून-श्री. चम्पतराय जन विधावा (मनार १४२) बैग - जैनगैजेट'-अंग्रेजी ( मद्रास )। जैम जैनधर्म प्रकाश-ब्र० शीतलप्रसादजी (विजनीर १९१५)। जस्तू -'जनस्तूप एण्ड अदर एण्टीकटीज ऑफ मथुग-सिसय । जैसास = जैन साहित्य संशोधक-मु० जिनविजयजी (पूना)। सिमा०='नैनसिद्धान्त भास्कर'-श्री पद्मराज जैन (कलकत्ता)। जैशिसं० चैन शिलालेख संग्रह-प्रॉ० हीरालाल जैन (माणिकचन्द्र अन्यमाला )। हि०- जैनहितैषी' सं० पन्नाधूरामजी व पशुगर किशोरजी (बंबई) जैसू० (Js. )जैन सूत्राज़ (S. B.E. Series, Vols. XXII & XLV. टॉस-टॉडसा० कृत राजस्थानका इतिहास विङ्कटेश्वर प्रेस) । डिजेषाए दिक्शनरी ऑफ जन वायोप्रैफी'-श्री उमरावखिंड -टॉक (भारा)। तक्ष='ए गाइड टू तक्षशिला-सुर गॉन मारशल (१९१८)। वस्वार्थ='तत्वार्याधिगम सूत्र-श्री उमास्वाति (SBI.Vol.I) तिप०तिलोयपत्ति'-श्री यतिवृषभाचार्य (जनहितैषी मा०१३शंका२) दिन दिगम्बर जैन '-मासिकपन-स० श्री मूलचन्द किसनदास कापड़िया (सूरत)। दीनि दीघनिकाय' (PT.S.) परि०= परिशिष्ट पर्व-श्री हेमचन्द्राचार्य । प्राजैले प्राचीन जैन लेखसपा-कामताप्रसाद जैन (वर्धा) बविओजस्मा गाल, बिहार, ओडीसा जैन स्मारक-श्रीमान : -शीतलप्रसादजी। वजैस्मा०बम्बई प्रान्तके प्राचीन जैन स्मारक- शीतलप्रसादधी। बुदबुदिष्ट इन्डिया-प्रो० हीस डेविड्स ।

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