Book Title: Rushidattras
Author(s): Jayvantasuri, Nipuna A Dalal, Dalsukh Malvania
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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पाठांतर
६९
१५ बिहूनि इ, बेहूनइफ, हुइ सरेखु व, हुइ सांरिपुं, हुइसारपूं ड, होइ सारिख इ, हुइ सारिख फ, तणू पारिखूं ब, तण्ठ पारिखूं फग, इणि फ, ओतलं बकइफग, मेतलं ड, प्रेमत मोटु ठग, आाधारी ब, संसारिइ क, संसारि डफ, संसारिं इ.
१६ पूण्यवंत ग, जिवीतवई फ, तस हवइ ब, सवि हुवइ फ, हिवर क, "हवइ ते साही तापस" फमां छे कुमरनि ग, आव्यो बइ, आव्यू क, आव्यु डग, आविद फ. १७ चैत्यथिकी क, चैत्य उतरनई ड, उतरनई ड, उत्तरनइ बक, उत्तरनिं इ, अडवए ब, उडवलु क, उडवुं डइग, उडवउं फ, अकअच्छ ग, सुप्रकाशि वड, सुप्रकाश कइ, कुमरनिं तेहां इ, पमाधुयूड अ, अधिक कड, "ओ माहरु अधिकु आहलाद " फम ! छे, अधिक ग, आल्हाद इ.
मंत्रितावती बडइफ,
१८ कहिंवा क, कहवा इ, लागु बडइफग, पुरवपात कइ,
मंचितावती क
१९ तेहनि फ, प्रीयदर्शना अ, प्रीउदरशणा फ, प्रीय दरक्षिणा फ, दरसिणा फ, प्रियदर्शना ग, तासे ब, तासु ड.
२० रायरवाडी इ, ब, संचडो ब, संचरध्यु ड, संचरिउ इ, संचर्यो ग, मेकदिनि बग, अक
दिनों फ, चतुरंगदल बकडइग, चितुरंगमदल फ, परिवयों ब, परिवर्यठक, परव ड, परवरिउ इ, परवर्यो ग, शूकलहय ग, आयु बडग, आवो इ, "अस्वकलम अक आयु मेटि" फमां छे, जेहवु बकग, जेहवुं इ.
२१ तेइ क, तेइ थयु डफग, तेण थयु इ, तुरंगंम क, कोधु वकइ, तरंगई कीधोग, वायूंब, वाड, वारयो न रहि इ, वारिव न रहि फ, वायुंग व्यसनी ड, व्यसना जेमजेम ब, विस्थनी जेम फ, उल्लाघी ड, उलांधिउ फ, परवत्तनी शीम फ.
१
२
३
४
ढाल ७
अकलु
कडग,
आलंबी इ
आण्यउ क, आग्यु ड, आपां इ, आणु फ, आयुं ग, कांनन क, कान ड, भेकलां इ, आकलउ ब, आकलु कडइ, आकुलु फ, अकल्युग, तरुडाल बक, तरुयरडालि इ, "अवलंबी डाली" फर्मा छे, तुरुंगनिक, महेलिउ ब, मेहल्यु डग, मेहल्यो इ, मल्हउ फ, भूपाल बकड. मोल मोड ब, मुडइ मुडई इ, मोडइ मोडइ फ, तरुथठ कइ, तुरपी फ, उतरिइ इ, उतरफ, उतरइ ग, जोतो बग, वनिजोतु ड, वनजोतु फ, फिरिइ इ, दीठ व, दो कंडग, सरुवर चंग इ, शशिहर फ, जहां इ, नोर तरंगि ब.
विरही विरही क, यम च वरहो फ, पीयमुख बडइ, प्रियमुख देख कग, मयसुखदेखि फ, मनमांहि बग, मनमां इ, पांमि फ, विसेष ब, क, विशेष इग, वश्येष फ, रलीभाय ब, रलीयायत कइफ, रलिआयत ग, थयु बकडइफग ससिचकोरा महिगह्यू
ब,
चकोरां मनगहिंगयु क, ससिचकोर गहिगहइ ड, यमससि गहइगहयो इ, महिगयु फ, गहिगुहयउ ग.
त्रपततयुब, तृपथ्यु क, तृपततयु ड, यु तृप्त इ, तृपतु (तृ) पतु फ, तृपतथयु ग, राजाई करा, रती ग.
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