Book Title: Rushidattras
Author(s): Jayvantasuri, Nipuna A Dalal, Dalsukh Malvania
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 140
________________ पाठांतर क, पतिपरवारिनिं रे इ, जाणइ ड, कल्पजाण फ, घरबारण ब, बारणेरे ड, घरबार णिरे ग. ३ जाणि कड, जाणइ फ, अविकिथनारे ब, संतोषानी इ, धरमना ड, देमाहारि क, दिणि हरि कि ड, देवाहारि इ, देणहारके नही फ, नहीमनि ब, नहींमणि ड, भातरूंरे ड, 'नहीं मनि आंतरू रे...सती' त्यांसुधीनी कडी फमां नथी, लहिइ इ, लहयइ ग, पूण्य ग, प्रगटिउं ब, प्रगटयुं ड, प्ररके प्रगढू इ. ४ सुभग सुखलिणा इ, शामा बडग, श्यामा क, पांमी अ, हवइस्यू बकडइ, हवइस्य मांह रह नून मनादित्त सवि पल्लूरे फ, महारइ इ, माहरे ग, मनिषीत ग, फल्युरि ब, पल्यूरे क, फल्युं रे डइग, जेहेवानी ड, हुती तरसके ब, हूंती ड, हूंति ग, तेहवू बकडग, तेहेवू इ, तेहव्यू फ, मिल्यु बक, मिल्योरे ड, अमल्यूरे इ, मलयूरे फ, मोल्युरे ग. ५ जाणता हुंता अ, जांणताहूंता ड, किमिहइ क, किमहइ ड, पामिउं पाम्यु कडइ, पाम्यू ग, अमूलिक बक, अमलिक ड, रयण शब्द इमां नथी, अमूलिकेतो इ, भमूलिकि ग, कुण बडग, तु तु कुण क, कुण तडफडिइरे इ, खांडनइ थानकि बकड, खांडनि थानिक इ, खांडनिई ग, खांडनइ थाकि फ, पामी बकडग, नहोरे ब, नथीरे कफग. ६ अलविइं ग, लोबु ब, नीरतणी ग, परई ड, परि ग, सहस्यूं बग, सहस्यूं कड, सहूई इ, सरिखूरे ग, सारिखूरे ब, तेस्यूं बकग, तस्यु ड, तेसुंइ माणस अ, जमसनि ब, माणस जेम ड, जासमनि इ, पारिखूरे ब, पारिखं डइ, पारखू ग, फटक बफ, कउण ब, कुण कड, मलइरे फ, वरला फ, जगमांहि के बड, जगिमाहिकि ड, जगमाहिके इफ, प्रीतिइ क, प्रीति डइ, प्रीतिइं ग. ७ गजबलइ फ, नागर खेलावगारे इ, नाग खेलावणारे ग, दुहिला बकड, दुहेला इग, खरी दोहली तेहवइ प्रीत के पालनी रे फ, अटमंजरि ग, अंबमज़रि ड, कोइलि ब, कोयलि अवरिस्यूं फ, अवस्यूं ब, अवरसरयू ग, चातकमित्र अवरस्यु नवि रमइरे अ, मति गमइरे ड, विणुवेकमनि इ, अवरको फग, मन्नि ब, अवस्यू ब, न वधारानो शब्द. ८ मसिस्यू व, ससिस्यउं क, ससिस्यु ड, नही ब, ससनेहा ससनेहि फ, ससिसुग, ससनेही अ, कम लिनि ब, कमलिनि कग, कमलिन ड, ते ग, प्रमाण कड, अकमनारे बग, प्रीति ई बग, प्रीति ड, बिइनारीनु क, वइनारीनु डफ, बइनारीनो इ, बेनारीनुं ग, कहउ इ, कंत...सककइ बफ, (मनि शब्द नथी), तिहारइ ब, तेहार , तिहारई अ, तेहनु कडग, तेहनो इ, जेहस्यंठ मिलइ रे इफ, जेहस्यूं बकग, नेहस्यू ड, जिहारइ ड, जेहारि जेहस्युइ, जेस्यू फ. ९ बहुनारीनु ड, बेठनारीनु इ, बहु अ, नारीबल्लभ फ, सूउकि क,बेहु नारीनठ ग, भोपम ब, उपम इ, सकि बड, सालके ब, सालिकि क, प्रजलिइ क, प्रजवलि स्त्रीमनिरे इ, स्त्रीमनिरे फग, सुउकिथी क, सोकिथी ड, सुकिथी फ़, सुकीथी ग, कहिइरे कड, वनीता इ, कहइरे इफ, विनता फ, तुउ क, माणस अ, तो प्रीय इ, वलिभ कहकि फ, कहु बड, कहठ शब्द कइगमां नथी, आ " " चिन्ह वच्चेनी कडी अबमा नथी. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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