Book Title: Rajasthani Hastlikhit Granthsuchi Part 02
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 13
________________ राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान----राजस्थानी हस्तलिखित ग्रन्थ सूची, भाग-२ । क्रमाङ्क ग्रन्थाक ग्रन्यनाम कर्ता आदि ज्ञातव्य लिपिसमय पत्रसख्या विशेष उल्लेखनीय २०वी | ४६,४७ ३२ / ८४२६(७) | प्राचार्य चैत्यवन्दन तथा प्राचार्य स्तवन ९७०१ पाठवीं वार्ता ८६०८(१) प्राणवश्रावक चौपई । १८५८ १८६८ श्रीसार लिक ज्ञानचद | लि क-रूपचद थावर्या बजारमध्ये रतलाम नगरे। | प्राणदसिद्धि[सधि] १००५२(३) पात्मनिन्दा ९५६३ प्रात्मबोष १८वीं १८९७ २०वीं |६८-१०५ २८ र का १६३०। पत्र स । १ और २ अप्राप्त। २१३-२१५ प्रात्मभास प्रात्मशिष्यागीत १३५-१३८ १०१८० (६७) १०१८० (४६) १०१८० (२५) ४१ । १०१८० प्रात्मशिक्षासज्झाय ६४वा प्रात्मसज्झाय ८५-८६ । अन्तिम पत्र पर गोगागीत, नेमि नाथ गीत प्रादि। ८५ ४२ । १.१८० प्रात्मज्ञानसिझाय ४३ | १०१८० प्रातमसझाय १३२-१३४ ८४०० (३१) प्रादिजिनगीत करमसिंह ७३वां बीकानेरके किसी जैनमविरमे | स्थित प्रतिमासम्बन्धी स्तोत्र ।।

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