Book Title: Rajasthani Hastlikhit Granthsuchi Part 02
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 33
________________ राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान---राजस्थानी हस्तलिखित ग्रन्थसूची, भाग-२ ] [ २३ क्रमाङ्क ग्रन्याक ग्रन्थनाम कर्ता आदि ज्ञातव्य लिपिसमय पत्रसख्या विशेष उल्लेखनीय ८१३५ । पञ्चसाधूनी चौपदी कान्हजी [कीर्तिसुन्दर] १७८६ ३६४ ९५६७ पञ्चेन्द्रीकी चउपई १८८४ र का १७५६ । र स्था जैतारण । लि क धर्मसुन्दर । २० । लि क. हर्षचद। लि स्था बरडावदा। १४०-१४२/ २०वीं १९१४ १४ ८२-८३ लब्धोदय ३६६ ३६५ ८४२८ (१६) पजूसणारी थुइ ३६६ । ८०५५ | पट्टीपहाडा ३६७ ८४२२(१६) पदमावतीसज्झाय | ८०२२ । पदिमनीचरित्र ८४०० (१७) पर ३७० ८४२६ (२३), ३७१ ६५२२(३), ३७२ ९५२२(८) ३७३ १०१८० (४६) ९०५२ (५) | पदमणीचौपई ३७५८१८३ (६) पद्मावती ३७६ ८४२६ (२६) पदसग्रह ३७७ ६२५७ (१) | ६२५६ | " ३७६ | ६२८० ! पन्दरमी विद्या, सचित्र ३८० ८७४८(१) | पनरमी विद्या भोजचरित्रकथा १९३० १९वीं २०वीं १७६८ १८वीं १९वीं ५२-५६ ८६-६५ ५वा १४२-१४३| ३७४ लब्धोवय गणि समयसुन्दर १८वीं २०वीं १८वीं ५७-६० १०७-१०६ ५२ | पत्र संख्या १-१० अप्राप्त । अपूर्ण। ६६ | चित्र स ८५। लि क ऋषभकीति । |लि स्था दौलतगढ़ । " भवानीवास व्यास १८४६

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