Book Title: Rajasthani Hastlikhit Granthsuchi Part 02
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
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राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान-राजस्थानी हस्तलिखित प्रन्थसूची, भाग-२ ]
[ ३५
क्रमाङ्क
ग्रन्थाक
ग्रन्थनाम
कर्ता प्रादि ज्ञातव्य
लिपिसमय
पत्रसख्या
विशेष उल्लेखनीय
१८८५
१००५१ (८) रिषभदेवजीरो तवन | १८०१(१) रूपचन्द्र चौपाई
५५६
1वनयकुवर
१८वीं
|११३-११४) ५४ र का १६३७ । र.स्था
विजयपुर । प्रथम पत्र प्राप्त ।
|९०८६ | रूपदीप पिंगल
१९५०
जयकृष्णपुष्करणा, भवानी- दाससुत जयकृष्ण
५५८
८१६१ | रूपदीप भाषा
१६२६
५५६ ५६०
महानव
लिक रामदास कबीरपयी।
र का १७७२ ।* | लि क बधीचद। | लि क मोहनकोति।
८२६० रूपसेन रास
लावणीसग्रह | १००५६ | लीलारास | ८१७१ । लीलावती चउपई
५६१
१८५० १९६१ १६वीं १७४५
८-४७
६८ ४८
५६२
लाभवर्धन
७६६३ । लीलावती भाषा
मू. भास्कराचार्य
| र का १७२८ । प्रथम पत्र
अप्राप्त। कीटविद्ध प्रति । लि स्था बीकानेर । अनूपसिह राज्ये।
१९वीं
टीका लालचद
२१
लि क. कानकुशल ।
अमीचव
५६४
८५१४ ९००४
८४६५ लीलावती भाषानुवाद ५६७
८४६६
८३२१ लीलावती भासा
| ८५०५ (२) धशावली उत्पत्ति, भागवतान्तर्गत ५७०
वरकाणा पारसनाथतवन
१९२२ १७८२ १८६१ १९२५ १७७४ १९२३ १८वीं
५६५
लालचद
१७ १-७ । लि क रामदास कबीरपथी। ११३वा
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