Book Title: Rajasthani Hastlikhit Granthsuchi Part 02
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 42
________________ [ ३२ राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान---राजस्थानी हस्तलिखित प्रथसूची, भाग-२ ग्रन्थाङ्क ग्रन्थनाम कर्ता प्रादि ज्ञातव्य क्रमाक लिपिसमय विशेष उल्लेखनीय पत्रसख्या ५०६ | रतनचूडचउपई | रतनचून्न मणिचन्नचरित्र जिनरतनसूरि १८वीं १८७१ ८२६७ ६१ ८२३३ ५१ रतनपालऋषिचरित्र मोहनविजय १८९७ ७५ र का १७२८ । लि क बदीचद। लि. स्था क्यामपुर। लि क मोहनविजय। प्रथम पत्र अप्राप्त । लि क माणिक्यराज, कर्ताका गुरुभाई। लि स्था बीझासर । ५१२ ८२३२ रूपवल्लभ, रघुपतिगणिशिष्य १८२० १९वी ८५-६० | रतनपालमुनिचौपई १०६७५(२)/ रतनमहेसवासोत रागडरी धचनिका ८७४८ (३) रतनाहमीररी बात ६१२७ । " ५१४ १८८५ १६वी १-१६ १५-३४ | लि क नाथू व्यास । लि स्था जोधपुर। पत्र स ३१ से ४५ अप्राप्त ।* सैदपहार, संदहमजासुत ८६४१ | रसरतनागर ८५६०(२) रसालुकवररी बात ८५६० (३) रसालुकुवरकी बात | ८८४८ रसिकप्रियाराजस्थानीटीका १०२४८ राग, ढाल आदि १८४० २०-५३ १८८० ५५-६५ १७५४ १८१३ ७१-११२ केशवदास लि क मुनि प्रेमसुन्दर। ५२० १-४० ५२१ ५२२ ५२३ ६७२२ ९२८९ ८०५५ रागपद रागसकेत राजनीतिशास्त्र (हितोपदेश) १९वीं १८वी १६०० नारायण १३७ | लि क गणि मोहनविजय । | लि स्था राधोगढ़, अजिर्तासह राज्य।

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