Book Title: Pramanvartik Bhasyasya Karikardhapad Suchi
Author(s): Rupendrakumar Pagariya
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 13
________________ प्रमाणपातिकभाष्यस्य कारिकार्धपादसूची अन्यथा नामतः सर्वः ४, २२४. ५४० अन्यथान्येन संसर्ग ४. ४६९. ६०० अन्यथा पूर्वदृष्टस्य ३. २६१. २२२ अन्यथा पूर्वरूपस्य ३. ५१०. ३१९ अन्यथा प्रतिपत्तिश्चे ३, १९२. १९९ अन्यथा प्रतिपन्नस्य ३. ७९९. ३७४ अन्यथाभूतवहन्यादे २. ०९०. ३९ अन्यथा यत्कृतस्तस्याः २. ४१७. ६२ अन्यथा यदि तस्यास्ति ४. ३६२. ५८३ अन्यथा वा विधीयेत ४. १००. ४९० अन्यथा विदितं पूर्व ३. १११३. ४३६ अन्यथा व्यवधानेऽपि :. ६६९. ३५८ अन्यथा सर्ववेदी स्या" .. ४९३. ८३ अन्यथैतावतः काला ३. ६०२. ३३९ अन्यदभ्यस्तमन्यत्र ४. ८६. ४८७ अन्यदा तु स नास्त्येव २, ४०९. ६० अन्यदापीति नाध्यक्ष २. ४०३. ५८ ।। अन्यदेव न सामान्य ३. २११. २०७ अन्यदेव सुखं तस्य ३. ७२२. ३६६ अन्यदेव हि तज्ज्ञान ३. ७०. १७६ अन्यदोषः कथं नाम ४. x ५६२ अन्यभावेऽप्यतद्भाव ४. ४९३. ६०६ अन्यरूपं हि नान्यस्य ३. ५२०. ३२१ अन्यरूपस्य वित्तिश्च २. १६. ६ अन्यरूपेण जातस्य ३. ७८९. ३७४ अन्यरूये न वृत्तं किम् ३. २३६. २१६ अन्यव्यक्तिप्रवृत्तं चेत् ३. २३६: २१६ अन्यव्यावर्तनं शब्दात् ४. ५१६. ६१५ अन्यव्यावर्तनादेव ४. ५६०. ६२९ अन्यसत्त्वे कथं नाम ४. ५४४. ६२४ अन्यस्य दर्शनाभावाद् ४. ४६२. ५९९ अन्यस्य न प्रमाणत्वं २. २२२. २९ अन्यस्य प्रतिभासोऽपि २. १५८. १९ अन्यस्याग्रहणेऽन्यस्य ३. १०६८. ४२० अन्यस्यानुपलब्ध्या चेत् २. ५१५. ९० अन्यस्यापि क्रियायोगात् ४. ४३. ४७७ अन्यस्याप्यपरिज्ञाने २. ३७३. ५२ अन्यस्याभाव एवेति ४. ५९३. ६४२ अन्यानिराक्रियायां हि ४. ५७८. ६३७ अन्यानन्यत्वपक्षोऽपि ३. २११. २०७ अन्यापोहस्य साध्यत्वात् ३, ८५५. ३७९ अन्याभावेऽप्यभावो न ४. १९३. ६०६ अन्याभावे विकल्पस्य ३. ९०६. ३८२ अन्यार्थकल्पनायां च २. १२६. १६ अन्यासंसर्गि तद्वस्तु ४. ५६१. ६३० अन्येन दह्यते तस्य २. ६७४. १२५ अन्येन दह्यतेऽन्यत्र २. ६६५. १२५ अन्येन दृश्यते दूरे २. ६१६. ११४ अन्येन मिश्रणे वस्तु ४. ५६१. ६३० अन्येन वेदनं चैतत् ३. ७२०. ३६६ अन्येन वेदने तेन ३. ७१९. ३६६ अन्येन वेदने तेन ३. ७१९ ३ ६६ अन्येन वेदने भिन्न २. ६७८. १२६ अन्येन वेद्यते वेद्य ३. ११४७. ४४९ अन्येन व्यज्यते व्यङ्ग्यं ३. ११४८. ४४९ अन्येन सहिताभासे ३. १०७२. ४२१ अन्येनाभेद इष्टश्चेद् ५. ३२१. ५७१ अन्यैरनुपलब्धश्चेद् २. ६२०. ११४ अन्योऽन्यपरिहारस्य ३. २९०. २३८ अन्योऽन्यपरिहारेण ३. २९०. २३८ अन्योऽन्यपरिहारेण ४.५१०. ६१२ अन्योऽन्यपरिहारेण ४. ५८५. ६४० अन्योऽन्यप्रत्ययत्वेन ३. ७५६. ३६८ अन्योऽन्यमविनाभावो २. २०९. २८ अन्योऽन्ययोजने तु स्यात् २. ४९८. ८३ अन्योऽन्यसंश्रयं किञ्चि ३. १०१३. ३९८ अन्योऽन्यसंश्रयत्वेन ४. १४९. ५१५ अन्योऽन्यसंश्रयादेवं २. ८३५. १५३ अन्योऽन्यसंश्रयादेवं ३. ४९४. ३१४ अन्योऽन्यसंश्रयादेव ३. १०१३. ३९८ अन्योऽन्यसहकारित्वा २. ४७८. ७८ अन्योऽन्याश्रयतस्तत्र २. २४६. ३१ अन्योऽन्याश्रयतो नैव ४. ५७१. ६३४ अन्योऽन्याश्रयदोषोऽयं २. ५२६. ९१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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