Book Title: Prakrit Bhasha Prabodhini
Author(s): Sangitpragnashreeji Samni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 53
________________ उत्तम पुरुष : मध्यम पुरुष : (क) क्रियारूप ( वर्तमान काल ) अहं पढामि अहं खेलामि अहं चलामि वाक्य रचना अम्हे पढामो अम्हे खेलामो अम्हे चलामो मिं खेलसि तुम चलि तुम्हे पढा तुम्हे खेलिया तुम्हे चा एकवचन = = = बहुवचन = = = एकवचन || = || = बहुवचन || = = = पढ (क्रिया) + प्रत्यय मैं पढता हूँ । मैं खेलता हूँ । मैं चलता हूँ । हम पढ़ते हैं हम खेलते हैं । हम चलते हैं । 1 तुम पढ़ते हो । तुम खेलते हो । तुम चलते हो । तुम सब पढ़ते हो 1 तुम सब खेलते हो । तुम सब चलते हो ।

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