Book Title: Prakrit Bhasha Prabodhini
Author(s): Sangitpragnashreeji Samni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 57
________________ 48 अन्य पुरुष : 5 वर्तमान काल : भूतकाल : सा पढउ मित्तं पढउ बालो पढउ अहं गामि मंग सो गाइ भविष्य काल : अहं गाही तुमं गाही सो गाह आज्ञा / इच्छा : अहं गाहिमि तुमं गाहिि सो गाहि एकवचन = ताओ पढन्तु मित्ताणि पढन्तु बाला पढन्तु (ङ) आकारान्त, एकारान्त एवं ओकारान्त क्रियाएँ = एकवचन कि अहं गामु = = = एकवचन = = = एकवचन एकवचन = = 11 = बहुवचन = = = मैं गाता हूं तुम गाते हो = वह गाता है मैंने गाया । तुमने गाया । उसने गाया । मैं गाऊँगा । तुम गाओगे । वह गायेगा । प्राकृत भाषा प्रबोधिनी क्या मैं गाऊँ? उस (स्त्री) पढ़े। मित्र पढ़े । बालक पढ़े । वे (स्त्रियां) पढें । मित्र पढ़ें । बालक पढ़ें। गा, णे, हो + प्रत्यय बहुवचन अम्हे गामो तुम्हे गाइथा ते गान्ति बहुवचन अम्हे गाही तुम्हे ते गाही बहुवचन अम्हे गाहामो तुम्हे गाहित्या ते गाहिन्ति बहुवचन अम्हे तत्थ गामो

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