Book Title: Pali Sahitya ka Itihas
Author(s): Bharatsinh Upadhyaya
Publisher: Hindi Sahitya Sammelan Prayag

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Page 689
________________ ( ६६८ ) गोकुलिक (बौद्ध सम्प्रदाय) ४२२, चतुक-पंच-छ-निपात-जातक - अट्ठकथा ४२३, ४२४, ४२५, ४३०, ४४७ ६४० गोतमी (भिक्षुणी) २७० चतुरार्य सत्य ४४५, देखिये 'चार गोत्रवाद-बन्धन १३८ आर्य सत्य' भी। गोदावरी (नदी) २४१ चत्तारो पुग्गला ३४२ गोध-जातक २७४ चतुष्क ३९२ गोपक ब्राह्यण १५७ चतुक्क - निपात १७८, १८७, ३३२, गोपक-मोग्गल्लान-सुत्त ९७, १५७, ३४२ ३०५, ३२४ चतुक्क-निपात (अंगुत्तर) ६२९, गोपालक-सुत्त ५०९. गोबुन-रित्सु ३११, ३१९, ३३२ चतुत्थसारत्थ-मंजूसा ५३८ गोसिंग शालवन १५२ चतुर्थ ध्यान ४१० गोस्वामी तुलसीदास २५२, २५३ चतुर्थ विपाक-चित्त ३८३ गौतम संघदेव (भिक्षु) ११३, ३५४ चतुसामणेर वत्थु ५४४ चतुर्दश शिलालेख (अशोक के) ६१८ चन्द्रगुप्त (चन्दगुत) २३९, ५६२ घटक-जातक २९४ चन्द्रगोमिन् ६०८ घटिकार-मुक्त ९६, १५५, २७५ चन्द्रकीर्ति ४२३ प्राण १६५, १६७, १६८, १६९, चन्दकुमार जातक २९९ ३३० ३४८, ४०२, ४०३, ४०४, चन्दपरित्त-सुत्त २११। ४०६, ४३५, ४४० चन्दा (भिक्षुणी) २६५, २६८, ६२५ घ्राण-आयतन ४०१ चन्द्रपञ्चिका ६४१ घ्राण-विज्ञान ३४८, ३८१, ३८२, चम्पेय्य जातक २०६, २८७, ३०० __ ४०३, ४०४, ४६१ चम्पा १३९, १५९, ५६३ घ्राण-संस्पर्शजा ४०० चम्पा नगर १३९ घोटमुख १५९ चम्म सतक जातक ६३५ घोटमुख - सुत्त ९६, १५६ चम्पय्यनागचरियं ३०० घोष स्पर्श १९, २०, ३२, ३४, ३५, चम्पापुर १३९ ५४, ५७, ५८, चरियापिटक १०२, १०७, ११४, घोषिताराम ५२४ १९७, १९८, २००, २०१, २९८ ३०१, ५३०, ५४९, ५७७ चरियापिटक-अट्ठकथा ६४० चक्कवत्ति-सीहनाद - मुत्त १२९, चलिन्द पच्चिका ६४१ १४७, ५८६ चक्षु १६५, १६७, ३३०, ४०३, चक्रवर्ती की दाह-क्रिया १४४ ४०४, ४०६, ४३८, ४४०, ४४९, चतुक्क - निपात १०१, १७८, ४५० १८०, १८१, १८६, १९० चक्षु-आयतन ४०१, ४०२, ४१५, चत्थपयोग ६४१ ४६१, ४६२ ०७२

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