Book Title: Pali Sahitya ka Itihas
Author(s): Bharatsinh Upadhyaya
Publisher: Hindi Sahitya Sammelan Prayag

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Page 691
________________ ( ६७० 1) चीन राष्ट्र ५७८, ४८२ चीनी ११३, ११६, ११७, ३११, ३१२, ३१४, ३३३, ४४९ चीनी अनुवाद १२९, २०३, २२२, - २२३, २२४, ३५४, ३५६, ३५७, ४७७, ४७९, चीनी परम्परा ३५६, ३५७ चीनी बौद्ध संप्रदाय ३१४ चीनी भाषा ११३, ३१२, ३५३, ३५५, ४७८ चीनी दीर्घागम १३३ चीनी बौद्ध साहित्य ११६ चीनी विनय पिटक ३१३, ३१८ चीनी आगम २०० चीवरो ( ग्रन्थकार ) ५८० चल्लकलिंग जातक २८७ चुल्ल धम्मपाल ५७८, देखिये 'चूल धम्मपाल, भो चुल्ल निद्देस १०७, २७६ देखिये 'चूल निद्देस' भी चुल्ल निरुत्तिगन्ध ५७७, ६०४ चुल्ल पथक १८१ चुन्द १४४, २३, २४० चन्द-मुक्त १२२ चुल्ल वद्धवोसो ०७९ चुन्द समम १७४ चुन्द परित मुन २११ चुल्ल वजिरो ५७८ चुल्लवग्ग १७३, २१३, २०१, २२५, २२६,२७६, ३००, ३२२, ३२४, ३२५, ३२६, ३२८, ३४० चुल्लवंस ५७८, देखिये 'चूलस' भी चुल्लवग्ग (विनय पिटक) २१,५५०, ५६८ चुल्ल सद्दनीति ६११ वह खि-उ- थिंग् २२२ चूल अभय ३१० चूल अस्सपुर मुन- १५२ चूल गोपालक - सुत्त १५२ चल कम्म विभंग-सुत्त ९८, १५८ चूल गोसिंग सुत्त ९४, १५२ चूल दुक्खक्खन्ध-सुत्त १३, १५१ चुलगण ६४० चूलदेव ३१० चूल (चुल्ल) धम्मपाल ५३२, ५३९, ५४० चूल धम्मसमादान - सुत्त २५, १५२ चूल तुम्हासंखय- सुत्त १४, १५२ चूल निद्देस अट्ठकथा ६४० चूलनिरुत्ति ६४० चूलनिरुत्ति मंजूसा ६४१ चूलनाग ३१० चूल - निद्देस १९७, २९७, ६४० चूल पच्चरी ४९८, ५४९ चूल पुण्णम सुत्त ९, १५७ चू-फा-नैन ११३ चूलबोधिचरियं ३०० चूल मालुंक्य- सुत्त १५, १३०, १५४, १७० चूलयमणिसार ६४२ चूलयमक वग्ग ९४-९५, १५२, १५३ चूलराहुलोवाद मुत्त ९८, १५८ चूलवंस २७ १०९, ५०६, ५४१, ५४८, ५५४, ५६४- ५६५, ५६७, ६०४ चूल वेदल्ल- सुत्त, १५२, चूल सच्चक- सुत्त १४, १५२ चूल वग्ग २३०,२८० चूल सारोपम सुत्त ९८, १५१ चूल सोहनाद - सुत्त चूल वियूह २४१ १५० चूल सकुलुदायि-सुत्त - २६, १५५ चूल - सुज्ञता मुत्त ९३, १५७ चूल सन्धिविपोधन ६४० चूल हत्थिपदोपम-सुत्त ९४, १५१, १७२, ४०९ १२९,

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