Book Title: Operation In Search of Sanskrit Manuscripts in Mumbai Circle 1
Author(s): P Piterson
Publisher: Royal Asiatic Society

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Page 203
________________ No. of No. of No. of | lines on letters Author's name. leaves. each in each page. line. Age. Bemarks. Name of Work. (58) -क्षेत्रसमासः Ends छत्तीससहस्सा तइयमेहला मेरुजोयणलख्खो॥ चालीसजोयणुचा चूला जिणभवणकयसोहा ॥ ९ ॥ खेत्तसमासपगरण समाप्तम् ।। -दानविधिः -श्रावकविधिः -नवकारप्रकरणम् -श्रावकप्रतिक्रमणसूत्रम् Begins || नमो अरिहताणं १ नमो सिद्धाणं २ नमो आयारयाणं ३ नमो उवज्झायाणं ४ नमो लोए सव्वसाहूणं ५॥ एसो पंचनमुक्वारो सव्वपावप्पणासणो ॥ मंगलाणं च सव्वेसि पढमं हवइ मंगलम् ॥ |Ends एवमहं आलोइ अनिदिय गिरिहिय दुगंछिय संमं ॥ तिविहेण पडिक्वंतो वेदामि जिणा चउवीसम् || ५०॥ -अतिचारगाहा नमोस्तु वर्द्धमानायेति स्तुतिः । -प्रभोत्तररत्नमाला........ Begins प्रणिपत्य जिनवरेंद्र प्रभोत्तररत्नपद्धतिं वक्ष्ये ॥ नागनरामरवंयं देवं देवाधिपं प्रथमम् ॥१॥ कः खलु नालंक्रियते दृष्टादृष्टार्थसाधनपटीयान् ॥ कंठस्थितया विमलप्रभोत्तररममालिकया ॥२॥

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