Book Title: Nyayasangrah Author(s): Hemhans Gani, Nandighoshvijay Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad View full book textPage 5
________________ आर्थिक सहयोग कलिकालसर्वज्ञ श्रीहेमचन्द्राचार्यजी द्वारा विरचित श्रीसिद्धहेमचन्द्रशब्दानुशासन सम्बन्धित वाचक श्रीहेमहंसगणिसंगृहीत ‘न्यायसंग्रह' ग्रन्थ के इसी हिन्दी अनुवादविवेचन व तुलनात्मक अध्ययन को प्रकाशित करने में प.पू. आ. श्रीविजयसूर्योदयसूरिजी महाराज व प.पू.आ. श्रीविजयभद्रसेनसूरिजी महाराज की प्रेरणा से १. श्रीनवरंगपुरा श्वे. मू. पू. जैन संघ, अहमदाबाद २. श्री पार्श्व-पद्मावती श्वे. मू.पू. जैन संघ, (पारुलनगर) सोलारोड, अहमदाबाद ३. श्री वर्धमान जैन श्वे. मू.पू. संघ ( मेमनगर), अहमदाबाद की ओर से पूर्ण आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ है। एतदर्थ प्रकाशक 'क. स. श्रीहेमचन्द्राचार्य न.ज.श.स्मृ.सं.शि.निधि' के कार्यकर्ता उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करतें हैं। भवदीय, क.स. श्रीहेमचन्द्राचार्य न.ज.श.स्मृ.सं.शि.निधि अहमदाबाद Jaimitation International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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