Book Title: Navtattva Prakaran
Author(s): Nilanjanashreeji
Publisher: Ratanmalashree Prakashan

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Page 4
________________ चिंरतनाचार्य विरचित स्थान म oss nanta goose (अर्थ-विवेचन-प्रश्नोत्तर सहित) | जीव।। जजीत ना। [पुण्या मसाफिर शरीर अनुक्ल पवन आश्रत प्रतिकूल पवन नाव में छिन छिद्र बध कारता किनारा पानी बाहर निकालना जीव से कर्म का सबंध सकल कम क्षय साध्वी डॉ. नीलांजनाश्री

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