Book Title: Mantra Mahodadhi Granth
Author(s): 
Publisher: 

View full book text
Previous | Next

Page 514
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobaith.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandie मं०म० Bal // 119 // बीजेषुविशेषमाह // मायामिति // मायाकामश्रीवाग्बीजानिमुखजन्मनेविप्राय // 120 // काम सटीक श्रीवाचोबाइजेभ्यःक्षत्रियेभ्यः // श्रीवाचौऊरुजेभ्योविड्भ्यः ॥वाचंशूद्राय // अन्येभ्यःप्रतिलोमानुलोम // 226 // जेभ्योवर्मादयः॥ 121 // 122 // हयमारैःकरवीरैः // 123 // जातिभिर्जातिपुष्पहोमेनगिरोवाक्सिद्धिः॥ | त०२४ मृगीदृशांविशेषेणमंत्राएतेसुसिद्धिदाः // ब्राह्मणाःक्षत्रियावैश्या शूद्रानार्योंधिकारिणः // 119 // श्रद्धावंतोदेवगुरुद्विजपूजासुसर्वथा // मायांकामंश्रियंवाचंप्रदद्यान्मुखजन्मने // 120 // मायामृतेबाहु जेभ्यउरुजेभ्यःश्रियंगिरम्।।वाणीबीजंतुशूद्रेभ्योऽन्येभ्योवर्मवषण्नमः॥१२१॥सर्वसाधारणमथहोमद्रव्य मथोच्यते // फलैर्हतैःसुखावाप्तिःपालाशैरिष्टसिद्धय॥१२२॥हयमारैःस्त्रियोवश्यागुडूच्यारोगसंक्षयः / दूर्वयाबुद्धिवृद्धिःस्याद्गुडेनजनवश्यता // 123 // बिल्वपत्रैघृतैःपझैःपाटलैश्चंपकै श्रियः // सिद्धा थैमल्लिकाभिश्चकीर्तयेजातिभिर्गिरः॥ 124 // व्रीहिभिश्चयवैःप्लक्षोदुंबराश्वत्थजैधसा // तिलैस्त्रिम धुरैरिष्टाःसंपदःस्युर्नृणांहुतैः // 125 // किंशुकैःकासमर्दैश्चकृतमालैश्चपाटलैः // विप्रादयःक्रमाद्ध श्याःसौभाग्यंगंधवस्तुभिः // 126 // 226 // // 124 // लक्षादिजानिएधसासमिद्भिः // 125 // किंशुकादिभिर्हतैःक्रमाद्विप्रादयोवश्याः॥ कृतमालो राजवृक्षः॥ गंधवस्तुभिःकर्पूरादिभिः॥ 126 // For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545