Book Title: Mantra Mahodadhi Granth
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir E REASESENSEEMENSESecasusexmusnesssam amamainaaniiNSERIENC तत्रशुभस्वप्नानाह / लिंगमिति // 88 // शिखीति // मयूरयुक्तहंसयुक्तेचक्रयुक्तवारथेस्थितिमोहनंसुरतम्॥ निमगांनदीमात्रम् // 89 // स्यंदनोरथः // निम्नगाद्यप्सरोंतानदर्शनमेवशुभम् // 90 // हादीनामारो हणम् // 91 // मद्यमांसयोर्भक्षणम् // विष्ठयाशरीरेलेपः॥रुधिरेणस्नानम् // दधिभक्तभक्षः। राज्यप्राप्तिः॥ लिंगचन्द्रार्कयोर्विभारतीजाह्नवीं गुरुम् // रक्ताधितरणंयुद्धजयोनलसमर्चनम् / / 88 // शिखिहंसरथां गाब्येस्थेस्थानंचमोहनम् // आरोहणंसारसत्यधरालाभश्चनिम्नगाम् // 89 // प्रासादःस्यंदनःपमंत्रक च्याद्रुमःफली // नागोदीपोहयःपुष्पवृषभोश्वश्चपर्वतः // 90 // सुरावटंग्रहास्तारानारीसूर्योदयोप्स H // हHशैलविमानानामारोहोगगनेगमः॥ 91 // मद्यमांसादनविष्ठालेपोरुधिरसेवनम् // दध्योद नादनंराज्याभिषेकोगोवृषध्वजाः // 92 // सिंहसिंहासनशंखोवादिरोचनादधि // चंदनंदर्पणश्चैषां स्वप्नेसंदर्शनंशुभम् // 93 // तैलाभ्यक्त कृष्णवर्णोनग्नोनागर्तवायसौ // शुष्ककंटकिवृक्षश्चचांडालो दीर्घकंधरः॥९॥प्रासादस्तलहीनश्चनैतेस्वप्नेशुभावहानशांतिकुर्वीतदुःस्वप्नेजपेन्मंत्रमनन्यधीः॥९॥ अब्दत्रिकंजपंतस्यकुर्वतोविघ्नसंभवः॥ विघ्नसंघमनाहत्यतदाजपपरोभवेत् // 96 // एतानिशुभानि // गवादीनांदर्शनमेवशुभम् // 92 // 93 // अशुभस्वप्नानाह // तैलेति // तैलाभ्यक्तोना पुरुषः॥ ननादीनांदर्शनमशुभम् // 94 // 95 // 96 // Pos For Private and Personal Use Only

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