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बै तिले जुये रमतो एके दो लिएको सिश्मि करतो एक लगे दाले रस रुख हो सौ म चढतां प्रगेतर सहसथाना एक जग दोरोजी या तिने राज्य असुं। एरुवो राजानी वचनसानला पुत्र मन में ख्याती दांगलाइनें एर किवारेश्बेवार तथा त्रिल दाल - अवि तिवारें ते हर्ने विशेषरस लागें बिल किवारे इएकलग दांले जिमराजानाक्चन बेति मतिले पुत्रे कि वारे पूजीयान्मयीन जीयादें । किवारें जोदेव से जीये विणप्रमदिका
मनुष्यजन्मोतरं लीन ज है। अत्र पंचमाष्टशतक एक विवहाराये | प्रा हालोनी अने करल एकवाकर प्रजुसनरी तालोदे (मुंके । पुत्रपरिवार ने विस्वासनदी तिरुवे कुल एकडी पलाशलाईक एके गोमिनुं उसंम्न लिलोचनो वासोतिये गायेगयेोति स्वैश्वे परदेसि रचना ग्राहक आव्याजाल तिविवहारियानं पुत्ररचना मजूस घाडी तिरत्र मोलकरी रलनोलेर जना ग्राहकने आप्पा तेननग्राहक रनले इज्जा आयच्या देस याति हवै केत्तले का दस्डेतिव्यव हारियो घरे मामनुसन्धामा सं-नाले दिवेंतेरचन तिवारे पुत्र गोपुत्रे कलौ ग्राहक घ्या आया जाली तमाटेमसेवेच्या तिवारेंश्रेष्टिक है। प्रारामेल्या मारेक