Book Title: Lokashaha ki Hundi
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 348
________________ परंपराभेलिकिरीसहित जिवाचितअंतकरण जस्कतिहरलीडरकुनाकारण मनोदररुपनविषविरक्ता बोलिवारेंविणशकार्मा पश्थिाकभाउजविवानाकालनेहिलो पतोमन कमनपरलोक्सुणउतरायडरकोदंपरयराजlus6क्लिायधिशाकम्माजसेपुरणदीडविवागेरुवचरनोमाना प: करहितथएजेविकहीतहरु:खयायनी नलानब संसार वसताकाऊतो ऊयरिटगतकवेजिम्पाली करीने पुरखरमा को परवरनिलितले करारमारतमहि कालागि बलासबानमोनियतिपेनहातिमविर || मनुव्यपुर्णतयों हमला गेलला विहिनोल्ट विसगिएऽरकोस्यरंपरेनलिइत्सवमसेविसंत जलेवापुकारलायंगसा अवलंदियकाननोनहाविद्ययावनियमनास्यानोवादतेहवस नमनाहरणटकाकलीगीतादिकताप्रेम नसुझावामुन्यावाक्ष hoयता करगलरादिक मतोबनोविकारकत्वात रानोउकारलकहलातरामादक पाविसमानवता शिकसीयस्ससदंगरांवयंतितराहिमलमालातदोसदऊंअन्नमाऊशिम्ि तिराग जोहावा 3५ रक्षनागरुणकशाहक प्रेक्षकांना नवोपियकाननीयलयावरट नाकारणसमनोका H देकवाता साथ करवंदक्षिसस्तिोतकहनि सुसवायरागडपासहस्सायंगमंवयंति सीयस्ससगक्षयंतिरागरसदिऊंसम अमनोकमनावादरहित मानतेहबजनेविजिको हिमलो कामंती हिमकालिंभवसरविवारया में। सिसोयनोजकारणाक जगवता अत्यंत लदिनाकरणालमाटोसस्सूअध्यन्नमाऊोसहेमुजोगछिमुवतिछअकालीपावश्सविला. रामायनित हरिगतिहनीयरिंमुगको सरसोममतोमयां सोलहंगरला लिहारामामान्यपलेक्सवाचीतिमहरिल (याकूमावाट विश्वप्रमाणेनिणं . त्वमेगपश्चरायनेविड परम तीनाकरी हलि संरगाउरहारलामिगवासहअतिसामुविमजिच्याविदो संसावितिवाती STROEN

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