Book Title: Lokashaha ki Hundi
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 419
________________ मक्रियादिकें करा रिसल बलातकारसल पिरवरि करेंट्की काया पानी मुनिसा कोई ज्ञान हा अधि करें साझालिया । इमेलकम जो एला। अय्या लसेलिमुल्यनारसे दत्वासा पुलीसले उष्टई | संवछर० वरस नीलो मध्यमासनजधन्यपणेसले बनाव्य तिपहिला करना बरसच्चार मसलेबला जालवी भावने कहा श्री शंकरें १२ लगात सम् आगलिक हस्पता अनुको संलेज को सियानवे से चरम झिमियामासा यजन्निया५२११८मे वासवकी रिनो परित्याग करेएतले बीजाच्या लावरस-व्यार लगी विचित्र बादिको एक यवास नैयार हिसा मलिन करें उपवासादिक करे लिए करार तो 43 मा दिईन करे बिश्वासद क्रमि क्वित्तं तवे करे (एग तर मायामं कह सजिए तिन्ही संदरए अतिक्तिमादिक तिवारीसाठा मरस 55 शमादिक वरस र हवा अनंतर सहर एग्यकरें तिली एतेलो लें कम्पास लगा रें करें एन लें वरससाठा दावा प मासीलनीविरु विशेषं संवरे 5वे (तसेवनं नु नाइलिगित क्रेसेस्टर विगतबंध लाख मास एलीबास का करें करें ब्लकर संवखरस एकलगी एसले प्रतियुक्रेने हमें वली निचारिवान एनवरस हाले करें को विरिमिटांचे आयाम तमिल रेकको सदियमा याम। दहु संवरे मुली (मा कंदनवनाच्या चिकिदिशा हजाद सुनाव मासम्म ६ मासाहारादिक परिहराननक्ति मलकर वैकरिने ज्ञान अनुसा असा५५ जावना बना ना नातिना तय समासिएल च्या रेल्वेचा कंद मालि कि विमिमोह मासु रतंच या मित्रायामक०दित करें एतले बोकरेवार आंबिल

Loading...

Page Navigation
1 ... 417 418 419 420 421 422 423 424