Book Title: Lokashaha ki Hundi
Author(s):
Publisher: ZZZ Unknown
View full book text
________________
JUT
महीनोमयब्रोलिवानीचरावियना मानणाक्वनन्गीयानोमियोचो | माजाविसमजतीदास्ये एहयो देखवाजता रखनीसोनाहासा
काषजीयनो। नविन विकल्प नहरे
जमवाय उमराध्य नरुलावाविलासासीमअंपियं दियायेहियंवारनीधिस्सिनिविसश्लादिङक्वा ::२७२ करेनमाणसातपोनिनोनीष्टिकरनि अनिमियरषगादिनास्तिननकरितीनाने जिलिसार्थनामादि पपत्र करणारापीबानकरवा
करीबीजाश्वास्तवनावरजानकतेल्नेयोपसिसमीतवस्सीरियाअर्दसवेश्ययनलंच अचिंतचेवअकिलोचाइछाडालारसा Hएकोजेमान Sहितनोकराहारसदासर्वदानाक्या...काप्र०अतिशयस्सुमनुष्यनाथदेवोगा संयमथका मजाइनीनस विवरतारामा।
५ नानकदी विविनमूलकारसहिया रियशाण्डोमांदियसयारलवएरयागराकीमवदेवादिविवासियाणनवाश्याखोलना रिपोएकाततेहितनाकारावीक्छपाकरहितनिधाननोसावनेनिरुताप्रमिलानकर माजलाने
भरवतीने प्रसस्तनलोक्सोताथकरादिकानुयने न लियशातहाविएगतहियतिनिशा विविज्ञवामाजियसबारदारहालिखिस्सविमान
धारतियसंसारथी जिसमे / नेहवी अनेरोको उस्तरदोहिलो जेस्वाराजातिवालझाननाप्रननीलजी विक्नेझनामादिक में दिवेरसजिनलोकनेविये
राहारी
ফা ।
संगम वस्थासंसारसिरस्सवियस्सधामनितारिसंऽशरिमलेलोएडालिबालनाधादराजleeio निमखीजातिसंनेयायसखाईकतरियएवसिषबीजा हनयरिदृष्टांतक जिममाटोसमुस गंगासमान मोटीनदीनेसुर७ तिशयस्पोन्प्रतिक्रानिकताव्यादिकनामंग
संयंवरमरण ऊतराने रिश्तेरियएस्वीजरलोनामा यस समश्वामिनामुऊन्सरचेवदतिससाजामहासागरमुलरिज्ञानदिलक्लिविगंगासा

Page Navigation
1 ... 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424