Book Title: Life ho to Aisi
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 109
________________ सफलता के D स्टेप्स छक्का मार | बाउंड्री पार सफलता कोई मंज़िल नहीं वरन् एक ऐसा सफ़र है जिसे पूर्णता देने के लिए व्यक्ति को अपनी ओर से अपनी श्रेष्ठ बुद्धि और श्रम का सदा इस्तेमाल करते रहना चाहिए। हर व्यक्ति की सफलता की चाहन हुआ करती है, किन्तु सफलता केवल चाहने मात्र से ही उपलब्ध नहीं होती। सफलता उन लोगों को उपलब्ध हुआ करती है जो कि सफलता को पाने के लिए उसके बुनियादी उसूलों को अपनाया करते हैं। सफलता न तो कोई सांयोगिक घटना है और न ही महज किसी क़िस्मत का परिणाम । सफलता तो उस हर आदमी को मिल जाया करती है, जो सफलता को पाने के लिए अपने-आप को प्राणपण से समर्पित कर देता है। आखिर आज तक दुनिया में जितने भी महान् लोग हुए, उनके द्वारा अपनी ओर से एकनिष्ठ परिश्रम और लक्ष्योन्मुख मेहनत को गई होगी, तभी उन्हें सफलता मिली होगी। UFEN 108 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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