Book Title: Life ho to Aisi
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 119
________________ 90% POSITIVENESS समस्याओं का तोड़ 10% सकारात्मकता 100% सकारात्मकता 200% सफलता किसी भी व्यक्ति के लिए स्वस्थ, सफल और मधुर जीवन जीने का सबसे सरल और सहज मंत्र सकारात्मक सोच है। सकारात्मक सोच ही व्यक्तित्व के निर्माण का आधार एवं समाज तथा परिवार के पारस्परिक प्रेम और सद्भाव का कारण होता है। सास-बहू के टूटे हुए रिश्ते जोड़ने के लिए, बिछड़े हुए भाइयों को आपस में मिलाने के लिए, बिखरे हुए समाजों को एकसूत्र में पिरोने के लिए और दो देशों की दूरियाँ मिटाकर उन्हें करीब लाने के लिए सकारात्मक सोच ही सर्वाधिक प्रभावी रास्ता है। जब भी सकारात्मक सोच को अपनाया जाता है, तो समस्या के समाधान भी उपलब्ध हो जाते हैं। दुनिया में जब-जब भी छोटी-छोटी बातों पर नकारात्मक रुख अपनाया गया, परिवार टूटा, समाज टूटा, धर्म और परम्पराएँ टूटी और अखिल मानवता का विभाजन हुआ। जब व्यक्ति सकारात्मक सोच को अपनाकर TEN 118 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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