Book Title: Khilti Kaliya Muskurate Ful
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 8
________________ प्रकाशकीय प्रकाश अपने चिन्तनशील पाठकों के कर-कमलों में 'खिलती कलियां, मुस्कराते फूल' पुस्तक समर्पित करते हुए हमें अत्यधिक प्रसन्नता है । यह अपनी शैली की एक अनूठी पुस्तक है । भाव-भाषा-शैली सभी दृष्टि से यह नवीनता लिए हुए है। इसमें केवल रूपक और कहानियाँ ही नहीं हैं, और न चिंतन सूत्र ही हैं, अपितु दोनों का मणिकांचन संयोग है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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