Book Title: Kavivar Banarasidas
Author(s): Akhil Bansal
Publisher: Bahubali Prakashan

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Page 11
________________ बनारसीदास अष्टद्रव्य से गुप्तरूप सें शिव और उनके शंख की पूजा करने लगे। शिव.. शिव.. पिता की अनुपस्थिति में बनारसीदास, अभी की बन आई नहीं जाना है। मां मैं बनारस जाऊंगा बनारसीदास की प्रतिज्ञा के छ: माह बाद कार्तिक पूर्णिमा आई । बनारसी दास ने भक्तिभाव से शिव की पूजा की। सन् 1604 ई0 | बनारसीदास के पिता खड़गसेन विशाल संघ के साथ सम्मेद शिखर की यात्रा पर गए । आचरण और भोजनादि में भी पूर्ण संयम रखते। मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि जब तक बनारस नहीं जाऊंगा, दूध, दही, घी, चावल आदि का सेवन नहीं करूंगा । तीर्थ यात्रियों के साथ बनारसीदास गंगा स्नान करने गए। 9. भी बनारस चले । O 'मैंने जिनजिन वस्तुओं को छोड़ने की प्रतिज्ञा की थी, उन्हें ही चढ़ा रहा हूं! अजीब हठी है यह । बनारस में भी कंचनकामिनी को नहीं भूले थे। जौनपुर के जौहरी हो न ?

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