Book Title: Kappasuttam
Author(s): Walther Schubring
Publisher: Jivraj Chellabhai Doshi
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बिइओ उद्देसो.
सागांरियस्स उवगरणजाए निट्ठिए निसट्ठे पडिहारिए, तं सागारिओ देइ, सागारियस्स परिजणो देइ, तम्हा दावए, नो से कप्पs पडिग्गाहेत्तर.
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२६. सागारियस्स पूयाभते उद्देसिए चेइए पाहुडिथाए, सागारियस्स उवगरणजाए निट्ठिए निसट्ठे पडिहारिए, तं नो सागारिओ देइ, नो सागारियस्स परिजगो देइ, सागारियस्स पूया देइ, तम्हा दावए, नो से कप्पइ पडिग्गाहेत.
२७. सागारियस्स पूयाभत्ते उद्देसिए चेइए पाहुडियाए, सागारियस्स उवगरणजाए निट्ठिए निसट्ठे अपडिहारिए, तं सागारिओ देइ, सागारियस्स परिजणो देइ, तम्हा दावए, नो से कप्पइ पडिग्गाहेत्तर.
२८. सागारियस प्रयाभत्ते उद्देसिए चेइए पाहडियाए, सागारियस्स उवगरणजाए निट्ठिए निसट्ठे अपडिहारिए, तं नो सागारिओ देइ, नो सागारियस्स परिजो देइ, सागारियस्स पूया देइ, तम्हा दावए, एवं से कप पडग्गाहेत्तर.
२९. कप्पइ निग्गन्थाण वा निग्गन्थीण वा इमाई पञ्च वत्थाई धारेत्तए वा परिहरितए वा, तंजहा - जङ्गिए भङ्गिए साणए पोत्तर तिरीडपट्टे नाम पञ्चमे .
३०. कप्पइ निग्गन्याण वा निग्गन्थीण वा इमाई प

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