Book Title: Kahan Katha Mahan Katha Author(s): Akhil Bansal Publisher: Bahubali Prakashan View full book textPage 3
________________ Vitrant Patni JHALRÀPATAN कहानकथा: महान कथा परमपूज्य आध्यात्मिक संत श्रीकानजी स्वामी काजन्म वि.सं०1946 में वैशाख सुदीद्जको रविवार के दिन काठियावाड़ में उमराला ग्राम में स्थानकवासी जैन-सम्प्रदाय में हुआ था (मोती चन्द्र भाई की पुत्र हुआहे। हां, सुन्दर, बालक है। आलेख अखिल बसलएम.ए. चित्रकथा - अनंत कुशवाहा उजमबाई तुम भाग्यवान हादेखना यह तजस्वी बालक है,बड़ा होकर कोई बालक श्रीमाल | महापुरुष बनेगा, जातिकी श्री वृद्धिकरेगा. एक ज्योतिषीने शिश कीदेखकर कहा नाम करण हुआ-'कहानकुमार'. अल्पावस्था में ही तेजस्वी मुखपर वैराग्य की झलक थी. पढ़ने चलोगे कहानबेटे? कहान बेटा,ये इस उमराना ग्राम की प्राथमिक E शाला के गुरुजी है.. प्रणाम करो. 1800 शिक्षाका शुभारंभहुआ.Page Navigation
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