Book Title: Jugalkishor Mukhtar Vyaktitva evam Krutitva
Author(s): Shitalchandra Jain, Rushabhchand Jain, Shobhalal Jain
Publisher: Digambar Jain Samaj

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Page 346
________________ स्मृति-परिचयात्मक निबन्ध : एक अध्ययन डॉ. कस्तूरचन्द्र 'सुमन' श्री महावीर जी (राज.) श्री मुख्तार जी ने विभिन्न विषयों पर अनेक निबन्ध लिखे हैं, उनमें कुछ ऐसे निबन्ध भी हैं जिनमें उनके जीवन को प्रभावित करने वाले व्यक्तित्वों का न केवल स्मरण किया गया है, अपितु उनके व्यक्तित्व की संक्षिप्त जानकारी भी प्रस्तुत की गयी है। ऐसे निबन्धों को "स्मृति-परिचयात्मक निबन्ध" संज्ञा दी गयी है। युगवीर निबन्धावली में उक्त निबन्ध सगृहीत हैं। उनकी संख्या सत्रह है। वे जिस नाम से संकलित हैं, उनके क्रमश: नाम हैं वैद्य जी का वियोग ईसरी के सन्त शाह जवाहरलाल और जैन ज्योतिष हेमचन्द्र-स्मरण कर्मठ विद्वान (ब्र. शीतलप्रसाद जी) राजगृह मे वीरशासन-महोत्सव कलकत्ता में वीरशासन-महोत्सव श्री दादी जी जैनजाति का सूर्य अस्त! __ अभिनन्दनीय पं. नाथूराम जी 'प्रेमी' अमर पं. टोडरमल जी सन्मति-विद्या-विनोद पं. चैनसुखदास जी का अभिनन्दन 14 श्री पं. सुखलाल जी का अभिनन्दन 15. शुभ भावना (आचार्य श्री तुलसी-अभिनन्दन)

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