Book Title: Jinabhashita 2006 03
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra

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Page 18
________________ कल्पना दीदी खुरई के हाथों में मेंहदी रचाते इतनी खुश | 20. ब्र.कल्पना,शाहपुर श्री पृथ्वीमति जी दिखीं कि कह उठीं- ऐसा लग रहा है कि पूरे हाथों में मेंहदी | 21. ब्र.मनीषा, नागपुर श्री निर्मदमति जी रचा दूँ। महावीर उदासीन आश्रम कुण्डलपुर के अधिष्ठाता | 22. ब्र.दीपा, खुरई (सागर) श्री पुनीतमति जी पं.अमरचंद जी शास्त्री का कहना था कि आज के टी.वी.- 23. ब्र.कल्पना, खुरई श्री विनीतमति जी मोबाइल युग में जब विलासिता और पाप करने के साधन | 24. ब्र.संगीता, खुरई श्री मेरुमति जी घरों में घुस गये हैं, ऐसे समय में बच्चे सांसारिकता से मुँह | 25. ब्र.मीरा, बरा (सागर) श्री आप्तमति जी मोड़कर आचार्यश्री का निमित्त पाकर वैराग्यपथ धारण कर | 26. ब्र.वाणी, चेय्यार (त. ना.) श्री उपशममति जी रहे हैं, पूर्व जन्म में इन्होंने कितना पुण्य अर्जन किया होगा! | 27. ब्र.पम्मी, कोसावेल(छ.ग.) श्री ध्रुवमति जी 87 वर्षीय देशरानी दीक्षासमारोह के साथ-साथ बड़े बाबा के | 28. ब्र.मनीषा, पथरिया श्री असीममति जी दर्शन करते-करते बोल उठीं-आज हृदय गदगद हो गया। 29. ब्र.अंजू , पथरिया श्री गौतममति जी हम सोच भी नहीं सकते थे कि हमें अपने जीवन में उच्च 30. ब्र. ज्योति, कुंभराज श्री संयतमति जी सिंहासन पर विराजमान बड़े बाबा के नये मंदिर में दर्शन 31. ब्र.अंजू, बांदकपुर श्री अगाधमति जी कभी हो सकेंगे। जौहरीबाजार जयपुर से पधारे एक बुजुर्ग 32. ब्र.ज्योति, चरगवां श्री निर्वाणमति जी सज्जन का कहना था- ऐसा लग रहा है जैसे साक्षात् भगवान 33. ब्र.वंदना, चरगवां श्री मार्दवमति जी के समवशरण के दर्शन हो रहे हों। कार्यक्रम संचालन 34. ब्र.प्रीति, चरगवां श्री मंगलमति जी आर्यिकारत्न श्री गुरुमति जी एवं आर्यिकारत्न श्री दृढ़मति जी 35. ब्र.कीर्ति, दिग्रस (महाराष्ट्र) श्री परमार्थमति जी ने किया। 36. ब्र.मधु, टड़ा (सागर) श्री ध्यानमति जी दीक्षित आर्यिकाओं के 37. ब्र.अनीता, नागपुर श्री विदेहमति जी पूर्व नाम दीक्षानाम 38. ब्र.नीलम, जरुआखेड़ा श्री अवायमति जी श्री पारमति जी 1. ब्र.शशि, सागर 39. ब्र.ममता, बहेरिया रहली श्री स्वस्थमति जी 40. ब्र.विनीता, गढ़ाकोटा श्री तथ्यमति जी श्री आगतमति जी 2. ब्र.भारती, सागर श्री श्रुतमति जी 41. ब्र.जूली, सागर श्री वात्सल्यमति जी 3. ब्र.साधना, शाहपुर 42. ब्र.साधना, जबलपुर श्री अदूरमति जी 4. ब्र.रजनी, गुना श्री पथ्यमति जी 43. ब्र.सुनीता, नन्हीं देवरी श्री स्वभावमति जी 5. ब्र.संतोष, कुचामन श्री जाग्रतमति जी 44. ब्र.सरिता, पथरिया श्री धवलमति जी 6. ब्र. डॉ. श्रद्धा, बण्डा श्री कर्त्तव्यमति जी 45. ब्र. आकांक्षा,शाहपुर (सागर) श्री विनयमति जी 7. ब्र. डॉ. देविका, जबलपुर श्री गंतव्यमति जी 46. ब्र.सपना, शाहपुर (सागर) श्री समितिमति जी 8. ब्र.कल्पना, गुना श्री संस्कारमति जी 47. ब्र.साधना,दमोह श्री अमितमति जी 9. ब्र. पदमश्री, जुगुड (कर्ना.) श्री निष्काममति जी 48. ब्र. सरिता,कर्रापुर (सागर) श्री परममति जी 10. ब्र. राजश्री, जुगुड़ (कर्ना.) श्री विरतमति जी 49. ब्र.प्रियंका, सांगा (दमोह) श्री चेतनमति जी 11. ब्र. राखी, विदिशा श्री तथामति जी 50. ब्र.पिंकी,नागौद श्री निसर्गमति जी 12. ब्र.अंजू, पिण्डरई श्री उदारमति जी 51. ब्र. निधि, रांझी, जबलपुर श्री मननमति जी 13. ब्र.बबीता, सतना श्री विजितमति जी 52. ब्र. नीलू, तेंदूखेड़ा श्री अविकारमति जी 14. ब्र.श्वेता, छिंदवाड़ा श्री संतुष्टमति जी 53. ब्र.स्वाति,जैसीनगर श्री चारित्रमति जी 15. ब्र. डॉ. मीनू , जबलपुर श्री निकटमति जी 54. ब्र.ज्योति, जैसीनगर श्री श्रद्धामति जी 16. ब्र. प्रीति, नागपुर श्री संवरमति जी 55. ब्र.सरिता, जैतपुर कोपरा श्री उत्कर्षमति जी 17. ब्र. भारती, बण्डा श्री ध्येयमति जी 56. ब्र. सूर्यकुमारी अम्मा, तमिलनाडु श्री संगतमति जी 18. ब्र. रेणु , दिल्ली श्री आत्ममति जी 57. ब्र. सुशीला, ललितपुर श्री लक्ष्यमति जी 19. ब्र.पप्पी, सतना श्री चैत्यमति जी 58. ब्र. प्रभाबाई,जबलपुर श्री भक्तिमति जी 16 / मार्च 2006 जिनभाषित Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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