Book Title: Jina Snatra Vidhi
Author(s): Jivdevsuri, Vadivetalsuri, Lalchandra Pandit
Publisher: Jain Sahitya Vikas Mandal
View full book text
________________
वर्णक्रमेण सूची।
[ १२८]
पृष्ठे
क्रमांकः
पद्य-प्रारम्भः रक्षार्थमाहित-विरोधरिपुसेना- क्लेशरूप वयः परिकरः वयणं कय-कुंकुम-राययं वहइ सिरिं तिअसविच्छूढ-माणस-निवासविहिताभिषेकमभिषेकशक्तित्रितयाध्यासितशिवाय शिव विस्तरत्
श्राद्भः स्नातानुलिप्तः [पं.] श्रीजीवदेव-सत्प्रोक्तं
श्रीमत् पुण्यं पवित्र श्रीसंघ-जगज्जनपद
मद्वेद्यां भद्रपीठे [पं.] सम्यक् व्याख्यां समुत्सृज्य
सर्वजित: सर्वविदः सन्यैः सर्वपुष्पैः सर्वोषध्यः सर्वतीर्थोदकानि सव्वंगिओ वि पेच्छह सिद्धेहि सिद्ध-जय-मंगल
www xxx on womG
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214