Book Title: Jain Tattva Darshan Part 02
Author(s): Vardhaman Jain Mandal Chennai
Publisher: Vardhaman Jain Mandal Chennai

Previous | Next

Page 11
________________ B. अष्ट मंगल के नाम 1.स्वस्तिक 2.श्रीवत्स 3.नंद्यावर्त 4.वर्धमानक 5.भद्रासन 6.कलश 7.मीनयुगल 8.दर्पण C. बारह महिनों के नाम 5 कार्तिका मिगसर , पोष 7 9 वैसाख ज्येष्ठ आषाद माघ फाल्गुण चैत्र 10 -11-12 श्रावण भाद्रवा आसोज हिन्दी में | ० 10 १ 1 D. अंक ज्ञान २ ३ ४ 2 3 4 ५ 5 ६ 6 अंग्रेजी में 7 8 A. प्रार्थना TES (2) काव्य संग्रह हे प्रभु आनंद दाता, ज्ञान हमको दिजीये शीघ्र सारे दुर्गुणों को, दूर हमसे किजीए.. लिजीए हमको शरण में, हम सदाचारी बने ___ ब्रह्मचारी धर्मरक्षक, वीर व्रत धारी बने.... प्रेम से हम गुरूजनों की, नित्य ही सेवा करे धैर्य बुद्धि मन लगाकर, वीर गुण गाया करे.. निंदा किसी की हम किसी से, भुलकर भी न करे सत्य बोले झूठ त्यागे, मेल आपस में रखे.... भगवान हमारी लाज रखना, आप ही के हाथ है कर कृपा अति शीघ्र हमको, शुद्ध बुद्धि दीजीए....

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56