Book Title: Jain Tattva Darshan Part 02
Author(s): Vardhaman Jain Mandal Chennai
Publisher: Vardhaman Jain Mandal Chennai

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Page 48
________________ 46 प्रश्न 1 : रिक्त स्थानों की पूर्ति किजिए : (17) प्रश्नोत्तरी 1. श्री चन्द्रप्रभस्वामी का लंछन 2. परमात्मा के है। . अंगों पर पूजा की जाती है। सरीखा । 3. मुनिसुव्रत ने नेमनाथ, दोय 4. पंच परमेष्ठि के कुल गुण 5. खाते समय 6. अईमुत्ता ने अपने महल में 1. अईमुत्ता 2. अभिनंदन स्वामी 3. सिद्ध 4. कपर्दी मंत्री 5. एक दो तीन चार (अंजन) (108) (मौन) . को भिक्षा हेतु पधारने की प्रार्थना की । (गौतम स्वामी) (8) ( कपर्दी मंत्री) (जीवदया ) (लोगस्स) है। . रखना चाहिए। 7. सुबह उठकर हमें नवकार गिननी चाहिए। 8. तिलक के लिए 9. हमें जीवों के प्रति 10. चौबीस तीर्थंकरों की स्तुति . सूत्र में की गई है। प्रश्न 2 : निम्नलिखित वाक्य सही है या गलत, चुनकर लिखिए । 1. हमें सिनेमा नहीं देखना चाहिए। 2. प्रभु की पूजा करते समय दोहे बोलने चाहिए। 3. श्री पार्श्वनाथ भगवान का लंछन सिंह है । ने बलिदान दिया। 4. अरिहंत के 12 गुण है । 5. हमें सूर्योदय के बाद उठना चाहिए। 6. भोजन करने के बाद थाली नहीं धोनी चाहिए। का पालन करना चाहिए। 7. हमें माता-पिता की आज्ञा माननी चाहिए। 8. मंदिर में झूठे मुँह नहीं जाना चाहिए । 9. हमें परमात्मा की पूजा रोज करनी चाहिए। 10. हमें पाठशाला नहीं जाना चाहिए। प्रश्न 3 : जोड़े मिलाओ (चन्द्र) (सही) (सही) (गलत) (सही) (गलत) (गलत) (सही) (सही) (सही) (गलत) गौतमस्वामी बंदर आठ गुण अजयपाल जैन धर्म की जय जयकार

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