Book Title: Jain Tattva Darshan Part 02
Author(s): Vardhaman Jain Mandal Chennai
Publisher: Vardhaman Jain Mandal Chennai

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Page 28
________________ 26 कायल अभिया वत्तिय लेसिया IAN इरियावहियं इरियावहियाए विराहणाए गमणागमणे एगिंदिया बेइंदिया जे मे जीवा विराहिया तेइंदिया - चउरिंदिया पंचिंदिया संघ परियाविया डीड इच्छाकारेण संदिसह भगवन् ! इरियावहियं पडिक्कमामि ? इच्छं, इच्छामि पडिक्कमिउं पाणक्कमणे बीयक्कमणे हरियक्कमणे ओसा उत्तिंग पणग-दगमट्टी MOT संघाइया उद्दविया मक्कडा-संताणा संकमणे किलामिया ठाणाओ ठाणं संकामि जीवियाओ ववरोविया तस्स मिच्छामि दुक्कडं

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