Book Title: Jain Sahitya Sanshodhak Samiti 1921 Author(s): Jinvijay Publisher: Jain Sahitya Sanshodhak Karyalay View full book textPage 6
________________ (२) २. आगरानो संपनी कच-सरिक पत्र ... २१२ [ परिशिष्ट ] २१ महावीर तीर्थकरनी जन्मभूमि ... २१८ १ बृहट्टिप्पनिका नाम प्राचीन जैनग्रंथ सूचि - (द्वितीय अंक) पृष्ठ ... ... १-१६ [इंग्रेजी लेख.] -२ वीर वंशावली अथवा तपागच्छवृद्ध पट्टावाल.. .. 1 The Undercurrents of Jainism, (तृतीय अंक ) पृष्ठ ... .... १-१४ By Dr. S. K. Belvalkar, . A. Ph. D. ... ... ... .... 1 - चित्रसचि. 2 The Immediate task before us, १ श्रीमहावीर निर्वाणभूमि, पावापुरी (रंगीन). By Prof Benarasi Dass Jain, २-३ अति प्राचीन जैन कीर्तिस्तंभ, चितोड गढ. ___M. A. ... ... ... ... ... 3 ४ पार्श्वनाथ जैन मन्दिर, करहेडा. 3 A Comparative Study of उत्तरा. ५ डॉ. सतीशचंद्र विद्याभूषण, महोपाध्याय, ध्ययनसूत्र with Pali Canonical ६ स्वगीय लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक. ___Books. By Prof. P. V. Bapat M.A T ७ चतुर्मुख जैनमन्दिर, कापरडा. 4 Ratnakar Panchavimshatika ८ जैन मंदिर मानस्तंभ, देवगढ, (झांसी). ____By K P. Modi, B.A. LL.B. ... 15 ९ गिरनार पर्वत-पांचमी टुंक. 5 Logic for the Masses. By C. R. १० गिरनार पर्वत-नेमिनाथनी टुंक. Jain, Bar-at-Law (हिन्दी विभाग)११९ ११ विजयसेन सूरिने आगराना संघे मोकलेलो सचित्र सांवत्सरिक पत्र.Page Navigation
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