Book Title: Jain Ramayan
Author(s): Vishnuprasad Vaishnav
Publisher: Shanti Prakashan

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Page 162
________________ m m m ५४. वज्रकर्ण-एक पुरुष संवाद 312 ५५. लक्ष्मण-सिंहोदर संवाद 313 ५६. वज्रकर्ण-राम संवाद 314 ५७. कुबेरपति-राम संवाद 315 ५८. राम म्लेच्छाधिपति संवाद 316 ५९. लक्ष्मण-कपिल ब्राह्मण संवाद 317 ६०. लक्ष्मण-वनमाला संवाद 318 ६१. महीधर-लक्ष्मण संवाद 319 ६२. राम-लक्ष्मण-अतिवीर्यदूत संवाद 320 ६३. राम-कुलभूषण मुनि संवाद 322 ६४. राम-चंद्रणखा संवाद 323 ६५. चंद्रणखा-रावण संवाद 324 ६६. रावण-सीता संवाद 325 ६७. राम-लक्ष्मण संवाद 326 ६८. विराध-लक्ष्मण संवाद 327 ६९. लक्ष्मण - खर संवाद 328 ७०. दूत-विराध संवाद 329 ७१. सुग्रीव-राम संवाद 330 ७२. मंदोदरी-रावण संवाद 331 विभीषण-सीता संवाद 332 ७४. रावण-मंत्री संवाद 333 ७५. सुग्रीव-हनुमान-राम संवाद 334 ७६. हनुमान-महेन्द्र संवाद 335 ७७. हनुमान-विभीषण संवाद 336 ७८. त्रिजटा-रावण-मंदोदरी संवाद 337 ७९. हनुमान-सीता संवाद 338 ८०. रावण-हनुमान संवाद 339 ८१. इन्द्रजीत-विभीषण संवाद 340 ८२. भामंडल-विद्याधर संवाद 341 ८३. रावण-मंत्रीगण संवाद 342 ८४. सामंत-राम संवाद 343 ८५. राम-विभीषण संवाद 344 ८६. नारद-अपराजिता संवाद 345 ८७. अपराजिता-लक्ष्मण संवाद 346 ८८. राम-भरत संवाद 547 ७३. सिर 161

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