Book Title: Jain Purano ka Sanskrutik Aavdan Author(s): Pravinchandra Jain, Darbarilal Kothiya, Kasturchand Suman Publisher: Jain Vidyasansthan Rajasthan View full book textPage 9
________________ परिशिष्ट विषय-सूची धार्मिक एवं दार्शनिक सामग्री १. अनागत-पुण्यपुरुष, कुलकर, तीर्थकर, अनागत तीर्थपुर जीव, चक्रवर्ती, बलभद्र, नारायण, प्रतिनारायण, रुद्र २. अर्हन्त-मूलगुण ३. सव-क्रियाएँ ५. ऋद्धियाँ ६. कर्म-प्रकृतियाँ ७. गणघर ८. गर्भान्वय क्रियाएँ ९. गुणस्थान, मार्गणा, प्रमाद, भाषा, सत्य-भेद १०. छप्पन देवियाँ ११. तप-भेद १२. देव-भेद १३. ध्यान-भेद १४. परीषह और धर्मभेद १५. पुद्गल, मंगल द्रव्य, नय और नरकभूमियाँ १६. भरतेश द्वारा स्तुत वृषभदेव के १०८ नाम १७. भावनाएं १८. मिथ्यादृष्टियाँ १९. मुक्त जीव के गुण २०. योग और प्रतिमा-भेद २१. व्रत और अतिचार २२. वर्तमान शलाका-पुरुष : तीर्थकर, चक्रवर्ती, बलभद्र नारायण, प्रतिनारायण २३. शलाकेतर पुण्यपुरुष : वर्तमान कुलकर, रुद्र, नारद २४. श्रुत-भेद २५. श्रोता-भेद एवं गुण २६. संसारी जीव के गुण २७. सम्यक्त्व-भेद एवं अंग २८. सहस्रनाम २९. साधु-मूलगुण ३०. सिद्ध-मूलगुण ३१. सूत्रपद भौगोलिक सामग्री १. कुलाचल २. क्षेत्र ३. गजदन्त पर्वत ४. ग्राम ५. देश ६. द्वीप-सागर ७. नगर ८. नदियाँ ९. पर्वत १०. महा नदियाँ ११. वक्षारगिरि १२. बत्तीस विदेह देश और राजधानियाँ १३. वन १४. विभंग नदियाँ १५. सरोवर ऐतिहासिक सामग्री ___ १. अस्त्र-शस्त्र २. आभूषण ३. इक्ष्वाकु वंश ४. कौरव-वंश ५. गान्धर्व-भेद ६. धृतराष्ट्र के सौ पुत्र ७. राक्षस वंश १६ ८. वाद्य ९. वानर-वंश १०. विद्या १८ ११. विद्याधर-जातियाँ १८ १२. विद्याधर-वंश १८ १३. समवसरण तृतीय कोट द्वार-नाम २५ १४. सूर्यवंश २५ १५. सोमवंश २५ १६. हरिवंश Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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