Book Title: Jain Purano ka Sanskrutik Aavdan
Author(s): Pravinchandra Jain, Darbarilal Kothiya, Kasturchand Suman
Publisher: Jain Vidyasansthan Rajasthan

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Page 24
________________ परिशिष्ट जैन पुराणकोश : १५ सत्याणुव्रत के अतिचार १. मिथ्योपदेश २. रहोभ्याख्यान ३. कूटलेख क्रिया ४. न्यासापहार ५. साकारमन्त्रभेद हपु० ५८.१६६-१७० अचौर्याणुव्रत के अतिचार १. स्तेनप्रयोग २. तदाहृतादान ३. विरुद्ध राज्यातिक्रम ४. हीनाधिकमानोन्मान ५. प्रतिरूपक व्यवहार हपु० ५८.१७१-१७३ ब्रह्मचर्याणुव्रत के अतिचार १. परविवाहकरण २. अनंगक्रीडा ३. गृहीतेत्वरिकागमन ४. अगृहीतेत्वरिकागमन ५. कामतीवाभिनिवेश हपु० ५८.१७४-१७५ परिग्रहपरिमाणवत के अतिचार १. हिरण्य-सवर्ण-प्रामाणातिक्रम २. वास्तु-क्षेत्र-प्रामाणातिक्रम ३. धन-धान्य-प्रामाणातिक्रम ४. दासी-दास-प्रामाणातिक्रम ५. कुप्य-प्रामाणातिक्रम ___मपु० २०.१६५, हपु० ५८.१७६ दिव्रत के अतिचार १. अधोव्यतिक्रम २. तिर्यग्व्यतिक्रम ३. कलव्यतिक्रम ४. स्मृत्यन्तराधान ५. क्षेत्रवृद्धि हपु०५८.१७७ देशवत के अतिचार १. प्रेष्य-प्रयोग २. आनयन ३. पुद्गल क्षेप ४. शब्दानुपात ५. रूपानुपात हपु० ५८.१७८ अनर्थदण्डवत के अतिचार अनर्थवण्डव्रत के भेद १. कन्दर्प १. पापोपदेश २. कौत्कुच्य २. अपध्यान ३. मौखर्य ३. प्रमादाचरित ४. असमीक्ष्याधिकरण ४. हिंसादान ५. उपभोगापरिभोगानर्थक्य ५. दुःश्रुति हपु० ५८.१७९ हपु० ५८.१४६ सामायिक शिक्षावत के अतिथिसंविभागवत के अतिचार अतिचार १, मनोयोग दुष्प्रणिधान १. सचित्त-निक्षेप २. वचनयोग दुष्प्रणिधान २. सचित्तावरण ३. काययोग दुष्प्रणिधान ३. पर-व्यपदेश ४. अनादार ४. मात्सर्य ५. स्मृत्यनुपस्थान ५. कालातिक्रम हपु० ६८.१८० हपु० ५८.१८३ प्रोषधोपवास व्रत के अतिचार सल्लेखना के अतिचार १. अनवेक्ष्य मलोत्सर्ग १. जीविताशंसा २. अनवेक्ष्यादान २. मरणाशंसा ३. अनवेक्ष्यसंस्तरसंक्रम ३. निदान ४. अनैकाग्रता ४. सुखानुबन्ध ५. अनादर ५. मित्रानुराग हपु० ५८.१८१ हपु० ५८.१८४ उपभोगपरिभोग परिमाणवत के अतिचार १. सचित्ताहार ४. अभिषवाहार २. सचित्त संबंधाहार ५. दुष्पक्वाहार ३. सचित्त सन्मियाहार हपु० ५८.१८२ शलाका-पुरुष वर्तमान चौबीस तीर्थङ्कर १. ऋषभदेव १३. विमलनाथ २. अजितनाथ १४. अनन्तनाथ ३. सम्भवनाथ १५. धर्मनाथ ४. अभिनन्दननाथ १६. शान्तिनाथ ५. सुमतिनाथ १७. कुन्थुनाथ ६. पद्मप्रभ १८. अरनाथ ७. सुपार्श्वनाथ १९. मल्लिनाथ ८. चन्द्रप्रभ २०. मुनिसुव्रतनाथ ९. पुष्पदन्त २१. नमिनाथ १०. शीतलनाथ २२. नेमिनाथ ११. श्रेयांसनाथ २३. पार्श्वनाथ १२. वासुपूज्य २४. महावीर पपु० ५.२१२-२१६, हपु०६०.१३८-१४१ वर्तमान बारह चक्रवर्ती १. भरत २. सगर ३. मघवा ४. सनत्कुमार ५. शान्तिनाथ ६. कुन्थुनाथ ७. अरनाथ ८. सुभूम ९. महापद्म १०. हरिषेण ११. जयसेन १२. ब्रह्ममदत्त हपु० ६०.२८६-२८७, वीवच० १८.१०९-११० वर्तमान ९ नारायण १. त्रिपृष्ठ ३. स्वयम्भू ४. पुरुषोत्तम ५. पुरुषसिंह ६. पुण्डरीक ७. दत्त ८. लक्ष्मण ९. कृष्ण हपु०६०.२८८-२८९ २. द्विपृष्ठ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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