Book Title: Jain Purano ka Sanskrutik Aavdan
Author(s): Pravinchandra Jain, Darbarilal Kothiya, Kasturchand Suman
Publisher: Jain Vidyasansthan Rajasthan

View full book text
Previous | Next

Page 38
________________ परिशिष्ट दीप ४. वारुणीवर ५. क्षीरवर ६. घृतवर इक्षुवर 19. ८. नन्दीश्वर ९. अरुणद्वीप १०. अरुणोद्भास ११. कुण्डलवर १२. शंखवर १३. रुचकवर १४. भुजगवर १५. कुशवर १६. क्रौंचवर क्र०सं० द्वीप १. मनःशिल २. हरिताल ३. सिन्दूर ४. श्यामक ५. अंजन ६. हिगुलक ७. रूपवर ८. सुवर्णवर ९. वज्रवर १०. बैर ११. नागवर १३. वर १३. यक्षवर १४. देववर १५. इन्द्रवर १६. स्वयंभूरमण कांचन किन्नर कुम्भकष्टक गन्धर्व गौतम दधिमुख धरण पलाश Jain Education International सन्दर्भ हपु० ५.६१४ हपु० ५.६१४ सम्बर्भ हपु० ५.६१४ हपु० ५.६१४ हपु० ५.६१५ हपु० ५.६१५ हपु० ५.६१६ हपु० ५.६१७ हपु० ५.६१७ हपु० ५.६१८ हपू० ५.६१८ हपु० ५.६१९ हपु० ५.६१९ हपु० ५.६२० हपु० ५.६१९ हपु० ५.६२० हपु० ५.६२० पु० ५.६२० आरम्भिक इन सोलह द्वीप सागरों के आगे असंख्यात द्वीप-सागरों के पश्चात् विद्यमान अन्तिम सोलह द्वीप सागर सन्दर्भ हपु० ५.६२२ हपु० ५.६२२ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२३ ० ५.६२४ ०५.६२४ हपु० ५.६२४ ०५.६१५ हपु० ५.६१५ हपु० ५.६१६ हपु० ५.६१७ हपु० ५.६१७ हपु० ५.६१८ हपु० ५.६१८ हपु० ५.६१९ हपु० हपु० ५.६२४ हपु० ५.६२५ हपु० ५.६२५ हपु० ५.६२५ हपु० ५.६२५ हपु० ५.६२६ सागर ४. वारुणीवर ५. क्षीरोदसागर ६. घृतवर ७. इक्षुवर ८. नन्दीश्वर पपु० ४८.११५-११६ पपु० ३.४४ हपु० २१.१२३ पपु० ५.४५ हपु० ५.४६९-४७० पपु० ५१.१ पपु० ३.४६ मपु० ७५.९७ ९. अरुणसागर १०. अरुणोद्भास ११. कुण्डलवर १२. शंखवर १३. रुचकवर १४. भुजगवर १५. कुशवर १६. क्रौंचवर क्र०सं० सागर १. मनःशिल २. हरिताल ३. सिन्दूर ४. श्यामक ५. अंजन ६. हिंगुलक ७. रूपवर ८. सुवर्णवर ९. वज्रवर १०. सूर्यवर ११. नागवर १२. भूतवर १३. यक्षवर १४. देवबर १५. इन्दुवर १६. स्वयंभूरमण पुष्कर योधन रक्षद्वीप लंका वानर शाखामृग संध्याकार सुवर्णद्वीप जैन पुरानकोश : २९ For Private & Personal Use Only सन्दर्भ हपु० ५.६२२ हपु० ५.६२२ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२३ हपु० ५.६२४ हपु० ५.६२४ हपु० ५.६२४ हपु० ५.६२४ हपु० ५.६२५ हपु० ५.६२५ हपु० ५.६२५ हपु० ५.६२५ हपु० ५.६२६ पपु० ८५.९६ पपु० ४८.११५-११६ पपु० १.५४ मपु० ६८.२५६-२५७ पपु० ६.८५ पपु० ६.७०-७१ पपु० ४८. ११५-११६ हपु० २१.१०१ www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64