Book Title: Jain Pratimavigyan
Author(s): Maruti Nandan Prasad Tiwari
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 286
________________ सन्दर्भ-सूची (क) मूल ग्रंथ-सूची अंगविज्जा, सं० मुनिपुण्यविजय, प्राकृत ग्रन्थ परिषद् १, बनारस, १९५७ अंतगड़दसाओ, सं० पी० एल० वैद्य, पूना, १९३२; अनु० एल० डी० बर्नेट, वाराणसी, १९७३ (पु० मु० ) अपराजित पृच्छा (भुवनदेव कृत), सं० पोपटभाई अंबाशंकर मांकड, गायकवाड़ ओरियण्टल सिरीज, खण्ड ११५, बड़ौदा, १९५० अभिधान - चिन्तामणि (हेमचंद्रकृत ), सं० हरगोविन्द दास बेचरदास तथा मुनि जिनविजय, भावनगर, भाग १, १९१४; भाग २, १९१९ आचारदिनकर (वर्धमानसूरिकृत), बंबई, भाग २, १९२३ आचारांगसूत्र, अनु० एच० जैकोबी, सेक्रेड बुक्स ऑव दि ईस्ट, खण्ड २२, भाग १ ( आक्सफोर्ड, १८८४), दिल्ली, १९७३ (५० मु० ) आदिपुराण ( जिनसेनकृत), सं० पन्नालाल जैन, ज्ञानपीठ मूर्ति देवी जैन ग्रन्थमाला, संस्कृत ग्रन्थ संख्या ८, वाराणसी, १९६३ आवश्यकचूर्ण (जिनदासगणि महत्तर कृत), रतलाम, खण्ड १, १९२८; खण्ड २, १९२९ आवश्यक सूत्र (भद्रबाहुकृत), मलयगिरि सूरि की टीका सहित माग १, आगमोदय समिति ग्रन्थ ५६, बंबई, १९२८; भाग २, आगमोदय समिति ग्रन्थ ६०, सूरत, १९३२ भाग ३, देवचंदलाल भाई जैन पुस्तकोद्धार ग्रन्थ ८५, सूरत, १९३६ उत्तराध्ययनसूत्र, अनु० एच जैकोबी, सेक्रेड बुक्स ऑव दि ईस्ट, खण्ड ४५, भाग २, (आक्सफोर्ड, १८९५), दिल्ली, १९७३ (५० मु० ); सं० रतनलाल दोशी, सैलन (म० प्र० ) उवासगडसाओ, सं० पी० एल० वैद्य, पूना, १९३० कल्पसूत्र ( भद्रबाहुकृत), अनु० एच० जैकोबी, सेक्रेड बुक्स ऑव दि ईस्ट, खण्ड २२, भाग १ ( आक्सफोर्ड, १८८४), दिल्ली, १९७३ (पु० मु० ); सं० देवेन्द्र मुनि शास्त्री, शिवान, १९६८ कुमारपालचरित ( जयसिंहसूरि कृत), निर्णय सागर प्रेस, बंबई, १९२६ चतुर्विंशतिका (बप्पमट्टिसूरि कृत), अनु० एच० आर० कापडिया, बंबई, १९२६ चन्द्रप्रभचरित्र (वीरनन्दि कृत), सं० अमृतलाल शास्त्री, शोलापुर, १९७१ जैन स्तोत्र सन्दोह, सं० अमरविजय मुनि, खण्ड १, अहमदाबाद, १९३२ तत्त्वार्थ सूत्र ( उमास्वाति कृत), सं० सुखलाल संघवी, बनारस, १९५२ तिलकमंजरी-कथा (धनपाल कृत), सं० भवदत्त शास्त्री तथा काशीनाथ पाण्डुरंग परब, काव्यमाला ८५, बंबई, १९०३ तिलोयपण्णत्त ( यतिवृषभ कृत), सं० आदिनाथ उपाध्ये तथा हीरालाल जैन, जीवराज जैन ग्रन्थमाला १, शोलापुर, १९४३ त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र ( हेमचन्द्रकृत ), अनु० हेलेन एम० जानसन, गायकवाड़ ओरियण्टल सिरीज, बड़ौदा, खण्ड १ ( १९३१), खण्ड २ (१९३७), खण्ड ३ (१९४९), खण्ड ४ (१९५४), खण्ड ५ (१९६२), खण्ड ६ (१९६२) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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