Book Title: Jain Pratimavigyan
Author(s): Maruti Nandan Prasad Tiwari
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
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२७६
जैनी,
जे ०
जोशी, अर्जुन,
एल०,
'सम नोट्स ऑन दि दिगंबर जैन आइकानोग्राफी', इण्डि० एण्टि०, खं०३२, दिसम्बर १९०४, पृ० ३३०-३२
जोशी, एन० पी०,
जोहरापुरकर, विद्याधर (सं०),
टाड, जेम्स,
(१) 'ए यूनीक इमेज ऑव ऋषम फ्राम पोट्टासिंगीदी, उ० हि०रि०ज० खं०१०, अं०३, १९६१, पृ०७४-७६ (२) ' फर्दर लाइट ऑन दि रिमेन्स ऐट पोट्टासिंगीदी', उ०हि०रि०ज० खं०१०, अं०४, १९६२, पृ०३०-३२
झा, शक्तिधर,
डगलस,
(१) 'यूस ऑव आस्पिशस सिम्बल्स इन दि कुषाण आटं ऐट मथुरा', डॉ० मिराशी फेलिसिटेशन वाल्यूम (सं० जी० टी० देशपाण्डे आदि), नागपुर, १९६५, पृ० ३११-१७
(२) मथुरा स्कल्पचर्स, मथुरा, १९६६
डे, सुधीन,
जे०शि०सं०, माणिकचंद्र दिगंबर जैन ग्रन्थमाला, माग ४, वाराणसी, १९६४, भाग ५, दिल्ली, १९७१
ठाकुर, उपेन्द्र,
'हिन्दू डीटीज इन दि जैन पुराणज', डा० शात्कारी मुकर्जी फेलिसिटेशन वाल्यूम (सं० बी० पी० सिन्हा आदि) चौखम्बा संस्कृत स्टडीज खण्ड ६९, वाराणसी, १९६९, पृ० ४५८-६५
एनाल्स एण्ड एन्टिक्विटीज ऑव राजस्थान, खं० २, लन्दन, १९५७
ठाकुर, एस० आर०,
[ जैन प्रतिमाविज्ञान
'ए हिस्टारिकल सर्वे ऑव जैनिजम इन नार्थं बिहार', ज०बि०रि०सो०, खं० ४५, भाग १-४, जनवरी - दिसम्बर १९५९, पृ० १८८ - २०३
केटलाग ऑव स्कल्पचर्स इन दि आकिअलाजिकल म्यूजियम, ग्वालियर, लश्कर
बी०,
'ए जैन ब्रोन्ज फ्राम दि डॅकन', ओ०आर्ट, खं० ५, अं० १ (न्यू सिरीज), १९५९, पृ० १६२-६५
(१) 'टू यूनीक इन्स्क्राइब्ड जैन स्कल्पचर्स', जैन जर्नल, खं०५, अं० १, जुलाई १९७०, पृ० २४-२६ (२) 'चौमुख - ए सिम्बालिक जैन आर्ट', जैन जर्नल, खं० ६, अं० १, जुलाई १९७१, पृ० २७-३०
ढाकी, एम० ए०,
(१) 'सम अर्ली जैन टेम्पल्स इन वेस्टर्न इण्डिया', म०जे०वि०गो० जु०वा०, बंबई, १९६८, पृ० २९०-३४७ (२) 'विमलवसही की डेट की समस्या' (गुजराती), स्वाध्याय, खं० ९, अं० ३, पृ० ३४९-६४
तिवारी, एम० एन० पी०,
(१) 'भारत कला भवन का जैन पुरातत्व', अनेकान्त, वर्ष २४ अं० २ जून १९७१, पृ० ५१-५२, ५८, (२) 'ए नोट आन दि आइडेन्टिफिकेशन ऑव ए तीर्थंकर इमेज ऐट भारत कला भवन, वाराणसी', जैन जर्नल, खं० ६, अं० १, जुलाई १९७१, पृ० ४१-४३
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