Book Title: Jain Pratimavigyan
Author(s): Maruti Nandan Prasad Tiwari
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 306
________________ २८८ सरकार, शिवशंकर, 'आन सम जैन इमेजेज फ्राम बंगाल', माडर्न रिव्यू, खं० १०६, ३०२, अगस्त १९५९, पृ० १३० - ३१ सहानी, रायबहादुर दयाराम, सिंह, जे० पी०, (१) केटलाग ऑव दि म्यूजियम ऑव आकिअलाजी ऐट सारनाथ, कलकत्ता, १९१४ (२) 'ए नोट आन टू ब्रास इमेजेज', ज०यू०पी०हि० सो०, खं० २, भाग २, मई १९२१, पृ० ६८-७१ आस्पेक्ट्स ऑव अर्ली जैनिजम, वाराणसी, १९७२ सिक्दार, जे० सी०, स्टडीज इन दि भगवतीसूत्र, मुजफ्फरपुर, १९६४ सुन्दरम, टी० एस० 'जैन ब्रोन्जेज फाम पुडुकोट्टई', ललित कला, अं० १-२, १९५५ - ५६, पृ०७९ सोमपुरा, कांतिलाल फूलचंद, हस्तीमल, स्टिवेन्सन, एस०, (१) दि स्ट्रक्चरल टेम्पल्स ऑव गुजरात, अहमदाबाद, १९६८ (२) 'दि आर्किटेक्चरल ट्रीटमेण्ट ऑव दि अजितनाथ टेम्पल ऐट तारंगा', विद्या, खं० १४, अं० २, अगस्त १९७१, पृ० ५०-७७ दि हार्ट ऑव जैनिजम, आक्सफोर्ड, १९१५ स्मिथ, वी० ए०, वि जैन स्तूप ऐण्ड अदर एन्टिक्विटीज ऑव मथुरा, वाराणसी, १९६९ ( पु० मु० ) स्मिथ, वी० ए० तथा ब्लैक, एफ० सी०, [ जैन प्रतिमाविज्ञान 'आब्जरवेशन आन सम चन्देल एन्टिक्विटीज', ज०ए० सो० बं०, खं० ५८, अं० ४, १८७९, पृ० २८५ - ९६ जैन धर्म का मौलिक इतिहास, खं० १, इतिहास समिति प्रकाशन ३, जयपुर, १९७१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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