Book Title: Jain Dharm Vikas Book 02 Ank 07
Author(s): Lakshmichand Premchand Shah
Publisher: Bhogilal Sankalchand Sheth

View full book text
Previous | Next

Page 16
________________ नधर्म विस.. સર્વ દર્શન સમન્વય.. આપણે અહીં સુધી દરેક દર્શનેને ઈશ્વર સંબંધી નિર્ણય અને તેમની માન્યતાને તેમના શાસ્ત્રોદ્વારા નિર્ણય કર્યો; દરેક દર્શને પિતનાં સ્વતંત્ર પ્રદેશમાં રહી સ્વતંત્ર વિચાર ઈશ્વર સંબંધે જણાવે છે. આપણા ભારતના આ દર્શનની ઈશ્વર સંબંધી માન્યતા પછી આપણે અર્હત્ દર્શનની ઈશ્વર સંબંધની માન્યતા જાણવા જરૂર ઈચ્છા કરીએ પણ એક વાત યાદ આવે છે કે ભારતીય દર્શને પછી પશ્ચિમના વિદ્વાને ઈશ્વરતત્વને કેવી રીતે માને છે તે પણ આપણે જોઈએ અને પછી દરેક દર્શનને અર્વન દર્શન ક્યાં સુધી મલતું રહે છે અને ક્યાંથી જુદું પડે છે, તેની વિચારણા કરીશું અને ઉપસંહારમાં સ્વતંત્ર અહંત દર્શનની ઈશ્વર સંબંધી વિચારણા પણ આપણે કરીશું. અપૂર્ણ. जैन साहित्य में ग्वालियर. ... लेखक-मुनि कान्तिसागरजी (सीवनी) (५. २, म १ १४. 33 था मनुसंधान) उपरोक्त किलों में एक सूर्यनारायण का मन्दिर है जो कला और सूर्य 'पूजा के इतिहास की द्रष्टी से अत्यन्त महत्व पूर्ण है। मन्दिर हूंण जाति के मेहर कुलने बनवाया था। मन्दिर में जो शिलालेख लगा हुआ है वह सन् ५१५ का माना जाता है। इस महान किल्ले के विषय में विस्वसनीय ज्ञातव्य बातें नहीं मिलती जो बड़े दुर्भागी का विषय है। बाद के इतिहास की बहुत सी बातें पाई जाति हैं, पीरहार, मुगल संधिया आदि राज्यवंशोने अपना प्रभुत्त्व इस दुर्ग पर जमाया था । वर्तमान में यह सेंधिया राज्यवंश के अधिकार में है। - जैन इतिहास में ग्वालियर का अभिधान बड़े ही गौखमे उल्लेख किया जाता है। जैन शिलालेखो, प्रतिमालेखों में गोपालगिरि, गोवगिरि, गोपगिरि. गोपाचल दुर्ग आदि भिन्न भिन्न नामो से ग्वालियर उल्लिखित पाया जाता है। • नामों में जो कुछ भी परिवर्तन हुए हैं, ओ समय का ही प्रभाव प्रतीत होता है। ___- कन्नोज का राजा आम नागावलोकने बप्पभटिसूरिके उपदेश से श्रावक के ग्यारह व्रत ग्रहन किये और कनौज मे १०१ गज प्रमाण जिनमंदिर निर्माण करके १८ महप्रमाण स्वर्ण मई प्रतिमा की प्रतिष्ठा, उपरोक्त सूरी द्वारा करवाई और ग्वालियर में २३ हाथ उर्धवीर भगवान का मन्दिर निर्माण करवाकर लेप्य(५) यह तोरमाण का लडका था, तोरमाणही है, जिसको आचार्य हरिगुप्त ने प्रतिबोध देकर जैनी बनाया था, इसका विस्तृत वृतान्त अभी हम ग्वालियर का एक विस्तृत निबंध लिख रहे हैं उसमे आयगा,

Loading...

Page Navigation
1 ... 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52