Book Title: Jain Dharm
Author(s): Sampurnanand, Kailashchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Digambar Jain Sahitya
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२५२ |
२५६
जिनसेन
तेरापन्थ प्रभाचन्द्र
यापनीय सघ वादिराज
२५३
अर्द्धस्फालक सम्प्रदाय नियुक्तिकार भद्रबाहु
७-विविध २९७-३ मल्लवादी
२५४ १-कुछ जैनवीर जिनभद्र गणि
राजा चेटक हरिभद्र
उदयन अभयदेव
सम्राट चन्द्रगुप्त
२५५ खारवेल यशोविजय
कुमारपाल जैनकला और 4 मारसिंह पुरातत्व २५५-२६५
चामुण्डराय
गगराज चित्रकला मूर्तिकला
२५९
कलचूरि राजा
अमोघ वर्ष स्थापत्यकला
२६०
वच्छावत सरदार ६. सामाजिक रूप२६७-२९७
धनराज १-जैन सघ २६७ जनरल इन्द्रराज २-संघ भेद . २७० वस्तुपाल तेजपाल ३-सम्प्रदाय और पन्थ २७९ सेनापति आभू
[१ दिगम्बर सम्प्रदाय २८० जयपुरके दीवान दिगम्बर सम्प्रदायमे
१-जेन पर्व सघमेद
२८१ - दशलक्षण पर्व तेरह पन्थ और बीसपन्य २८५
अप्टान्हिका पर्व तारणपन्थ
२८७
महावीर जयन्ती [२ श्वेताम्बर सम्प्रदाय ,
वीरशासन जयन्ती श्वेताम्बर चैत्यवासी २९
श्रुत पचमी मूर्तिपूजक श्वेताम्बरोंके
दीपावली गच्छ २९० रक्षावन्धन स्थानकवासी २९२ . २-तीर्थक्षेत्र मतिमा-विरोपी
बिहार प्रदेश

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